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प्रश्न :
भारत में बहुराष्ट्रीय निगमों के द्वारा प्रभावशाली स्थिति के दुरुपयोग को रोकने में भारत के प्रतिस्पर्द्धा आयोग की भूमिका पर चर्चा कीजिये। हाल के निर्णयों का संदर्भ लीजिये।
21 Nov, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्थाउत्तर :
वर्ष 2009 में भारतीय प्रतिस्पर्द्धा आयोग (CCI) को प्रतिस्पर्द्धा अधिनियम, 2002 के कार्यान्वयन तथा प्रतिस्पर्द्धा पर विपरीत प्रभाव डालने वाले व्यवहारों को रोकने के साथ बाज़ारों में प्रतिस्पर्द्धा का संवर्द्धन करने तथा उसे बनाए रखने के लिये गठित किया गया था।
CCI की भूमिका:
- प्रतिस्पर्द्धा से बचने या उसे रोकने के लिये अनैतिक गतिविधियों में संलग्न निगमों/ संस्थाओं को दंडित करना।
- उदाहरण के लिये, बिक्री संबंधी भेदभावपूर्ण शर्तें लागू करने के लिये CCI द्वारा गूगल पर ज़ुर्माना लगाया जाना।
- स्थिर और समावेशी आर्थिक विकास हेतु विभिन्न हितधारकों के बीच निष्पक्ष एवं स्वस्थ प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करना।
- संसाधनों के प्रभावी उपयोग हेतु नीतियाँ लागू करना।
- संसाधन अधिग्रहण और बाज़ार विस्तार के क्रम में बहुराष्ट्रीय कंपनियों की एकाधिकारवादी प्रवृत्तियों को रोकना।
- प्रतिस्पर्द्धा को प्रभावित करने वाले अविवेकपूर्ण विलय एवं अधिग्रहण पर नियंत्रण रखना।
89% मामलों की निपटान दर के साथ 1200 से अधिक मामलों का न्यायनिर्णयन करने और 900 से अधिक विलय एवं अधिग्रहणों से संबंधित मामलों की देखरेख करने के आलोक में यह कहा जा सकता है कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग उपभोक्ताओं के लिये व्यापक विकल्प सुनिश्चित करने के साथ अर्थव्यवस्था एवं समाज को स्थिर व सतत् बनाए रखने में भूमिका निभाता है।
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Print - प्रतिस्पर्द्धा से बचने या उसे रोकने के लिये अनैतिक गतिविधियों में संलग्न निगमों/ संस्थाओं को दंडित करना।