कृषि उत्पादों के उत्पादन एवं विपणन में ई- तकनीक किसानों की किस प्रकार मदद कर सकती है? इसे समझाइए। (150 शब्द, यूपीएससी मेन्स 2023)
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- अपने उत्तर की शुरुआत ई-प्रौद्योगिकी के संक्षिप्त परिचय से कीजिये।
- कृषि एवं विपणन के क्षेत्र में ई-प्रौद्योगिकी के लाभों पर चर्चा कीजिये।
- ई-प्रौद्योगिकी की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उत्तर समाप्त कीजिये।
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परिचय:
ई-प्रौद्योगिकियों में डिजिटल सूचना-आधारित प्रणालियाँ शामिल हैं जिनका उपयोग पिछले कुछ वर्षों में हमारे जीवन के सभी हिस्सों में तेज़ी से बढ़ा है। इनके एकीकरण से कृषि क्षेत्र को भी लाभ मिला है।
मुख्य भाग:
कृषि में लाभ:
- सिंचाई: कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) सक्षम तरीकों के शामिल होने से पानी के कम उपयोग के साथ फसलों की सिंचाई करना अधिक आसान और कुशल हो गया है।
- जलवायु भविष्यवाणी: एक विशेष अवधि में सेंसर से एकत्र किये गए डेटा के प्रसंस्करण के माध्यम से जलवायु संबंधी भविष्यवाणी से किसानों को फसल चक्र और फसल पैटर्न पर निर्णय लेने में मदद मिल सकती है।
- फसल सुरक्षा: सेंसर और एकीकृत प्रणालियों का उपयोग करके कीड़े और कीटों से फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
- आसान वित्तपोषण: इंटरनेट और डेटाबेस पर आधारित बढ़ते बैंकिंग नेटवर्क के परिणामस्वरूप ऋणों की तेज़ी से मंज़ूरी संभव है।
- वैकल्पिक तरीके: आमतौर पर मनुष्यों द्वारा किये जाने वाले कार्यों को स्वचालित, नियंत्रित और निष्पादित करने के लिये एक्वापोनिक्स तथा हाइड्रोपोनिक्स जैसे तरीकों को ई-प्रौद्योगिकी के साथ एकीकृत किया जा सकता है।
मार्केटिंग में लाभ:
- ऑनलाइन बाज़ार: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की बदौलत कृषि उपज बेचना बहुत आसान हो गया है जो उत्पादों की वास्तविक समय पर उपलब्धता सुनिश्चित कर सकता है।
- छोटी आपूर्ति शृंखला: सूचना के प्रसार में वृद्धि के परिणामस्वरूप इस उद्देश्य को प्राप्त किया जा सकता है जिससे एक अनुकूलित परिवहन और भंडारण प्रक्रिया सुनिश्चित हो सकती है।
- वास्तविक समय मूल्य अद्यतन: पर्याप्त पारदर्शिता के कारण किसान और उपभोक्ता दोनों वास्तविक समय मूल्य अद्यतन से लाभान्वित हो सकते हैं।
निष्कर्ष:
ई-प्रौद्योगिकी ने कृषि को अधिक पारदर्शी बना दिया है और किसानों को फसल उत्पादन हेतु उचित उपकरण प्रदान किये हैं जो उनकी समस्या को कम कर सकते हैं।