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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    G20 में अफ्रीका के शामिल होने के बाद अफ्रीका और विश्व के संभावित विकास तथा चिंताओं पर चर्चा कीजिये ? (250 शब्द)

    12 Sep, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 2 अंतर्राष्ट्रीय संबंध

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • G20 और इसमें अफ्रीका के शामिल होने के संबंध में संक्षेप में लिखकर अपना उत्तर दीजिये।
    • अफ्रीका को G20 में शामिल करने से G20 और अफ्रीका पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
    • उपयुक्त निष्कर्ष लिखिये।

    परिचय

    G20, 19 देशों और यूरोपीय संघ के बीच वैश्विक आर्थिक और वित्तीय सहयोग का एक मंच है। इसकी वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 80%, वैश्विक व्यापार में 75% और वैश्विक जनसंख्या में 60% की हिस्सेदारी है। हाल ही में दिल्ली में 2023 के G20 शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी महाद्वीप के 55 सदस्य देशों के एक अंतर-सरकारी संगठन, अफ्रीकी यूनियन को स्थायी सदस्य के रूप में सूची में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया गया।

    इस कदम का अफ्रीका और विश्व के संभावित विकास तथा चिंताओं पर प्रभाव पड़ेगा।

    मुख्य भाग

    अफ्रीका के लिये G20 में शामिल होने से कई लाभ हो सकते हैं, जैसे:

    • यह अफ्रीका को उन वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिये परिप्रेक्ष्य दे सकता है जो उसके हितों को प्रभावित करते हैं जैसे- व्यापार, ऋण राहत, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य, सुरक्षा, प्रवासन आदि।
    • यह बाज़ारों, निवेशों, प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढाँचे आदि तक पहुँच की सुविधा प्रदान करके वैश्विक अर्थव्यवस्था में अफ्रीका के एकीकरण को बढ़ावा दे सकता है।
    • यह वैश्विक मामलों पर एक साझा एजेंडा और स्थिति को बढ़ावा देकर अफ्रीकी देशों के बीच क्षेत्रीय सहयोग एवं एकजुटता को बढ़ावा दे सकता है।
    • यह अफ्रीका को विकासात्मक चुनौतियों से निपटने एवं सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में अन्य G20 सदस्यों की सर्वोत्तम प्रथाओं और अनुभवों से सीखने में सक्षम बना सकता है।

    हालाँकि G20 में शामिल होने से अफ्रीका के लिये कुछ चुनौतियाँ और चिंताएँ भी पैदा होती हैं, जैसे:

    • इससे वैश्विक सार्वजनिक वस्तुओं में योगदान करने और अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों तथा मानकों का अनुपालन करने के लिये अफ्रीका की ज़िम्मेदारी एवं जवाबदेहिता को बढ़ावा मिल सकता है।
    • इससे अफ्रीका बाहरी दबावों और प्रभावों के संपर्क में आ सकता है जो उसकी प्राथमिकताओं तथा मूल्यों के अनुरूप नहीं हो सकते हैं।
    • इससे वैश्विक मुद्दों पर भिन्न हितों और दृष्टिकोणों के कारण अफ्रीकी देशों के बीच आंतरिक विभाजन तथा संघर्ष पैदा हो सकता है।

    G20 में अफ्रीका के शामिल होने के विश्व पर भी कई प्रभाव हो सकते हैं, जैसे:

    • यह विश्व के गरीब और सबसे अधिक जलवायु-संवेदनशील क्षेत्र के विचारों तथा आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करके G20 की विविधता एवं वैधता को समृद्ध कर सकता है।
    • यह गरीबी, असमानता, आतंकवाद, महामारी आदि से निपटने जैसी आम चुनौतियों और अवसरों पर G20 तथा अफ्रीका के बीच आपसी समझ एवं सहयोग को बढ़ावा दे सकता है।
    • यह विकसित और विकासशील दोनों देशों से संसाधन जुटाकर सतत् विकास एजेंडा, 2030 एवं जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के कार्यान्वयन का समर्थन कर सकता है।

    निष्कर्ष

    इसलिये यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि अफ्रीका का G20 में शामिल होना एक ऐतिहासिक और महत्त्वपूर्ण विकास है जिसमें अफ्रीका तथा विश्व के लिये अवसर एवं चुनौतियाँ दोनों हैं। इस नई साझेदारी के लाभों को अधिकतम करने व चुनौतियाँ को कम करने हेतु सभी हितधारकों के संतुलित और रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।

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