1. भविष्य उनका है जो अपने सपनों की उन्नति में विश्वास करते हैं।2. जो राष्ट्र अपने मूल/आधार को नष्ट करता है वह स्वयं को नष्ट कर लेता है।
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।