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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    '30*30 पहल' क्या है। जैव विविधता के संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन के शमन के संदर्भ में इसके क्या निहितार्थ हैं? इस लक्ष्य को प्राप्त करने में भारत के समक्ष विद्यमान चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा कीजिये। (250 शब्द)

    31 May, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोल

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • परिचय: 30*30 पहल और इसके मुख्य उद्देश्यों के बारे में बताइये।
    • मुख्य भाग: जैव विविधता के संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन के शमन के संदर्भ में इस पहल के निहितार्थों को बताते हुए इस लक्ष्य को प्राप्त करने के क्रम में भारत के समक्ष विद्यमान चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा कीजिये।
    • निष्कर्ष: मुख्य बिंदुओं को बताते हुए सकारात्मक निष्कर्ष दीजिये।

    परिचय:

    30×30 लक्ष्य का तात्पर्य वर्ष 2030 तक विश्व के 30% महासागर और स्थलों की सुरक्षा करना है। 30×30 लक्ष्य का उद्देश्य प्रजातियों के बढ़ते नुकसान को रोकने के साथ महत्त्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करना है जो हमारे आर्थिक विकास का स्रोत हैं।

    इस पहल का यूरोपीय संघ, G7 और भारत सहित 100 से अधिक देशों ने समर्थन किया है तथा यह दिसंबर 2022 में अपनाए गए कुनमिंग-मॉन्ट्रियल ग्लोबल बायोडायवर्सिटी फ्रेमवर्क के लक्ष्य में शामिल है।

    मुख्य भाग:

    इस पहल का जैव विविधता के संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के शमन के संबंध में महत्त्वपूर्ण प्रभाव है। इसके द्वारा अन्य वैश्विक लक्ष्यों जैसे सतत् विकास लक्ष्य और पेरिस जलवायु समझौता के संदर्भ में भी उपलब्धि प्राप्त होगी। मैकिन्से एंड कंपनी के एक अध्ययन के अनुसार 30*30 का लक्ष्य हासिल करने से वर्ष 2050 तक प्रति वर्ष $700 बिलियन तक का आर्थिक लाभ उत्पन्न हो सकता है।

    हालाँकि इस लक्ष्य को प्राप्त करने में भारत के समक्ष कई चुनौतियाँ और अवसर मौजूद हैं।

    इससे संबंधित चुनौतियाँ:

    • उच्च जनसंख्या घनत्व, गरीबी और प्राकृतिक संसाधनों पर अधिक निर्भरता वाले क्षेत्रों के संदर्भ में संरक्षण और विकास के बीच संतुलन स्थापित करना।
    • स्थानीय लोगों और स्थानीय समुदायों के अधिकारों एवं हितों का सम्मान करते हुए संरक्षित क्षेत्रों के साथ अन्य प्रभावी क्षेत्र-आधारित संरक्षण उपायों का न्यायसंगत और समावेशी प्रशासन सुनिश्चित करना।
    • इस लक्ष्य को प्राप्त करने और इसकी निगरानी करने के साथ-साथ प्रभावित हितधारकों की जरूरतों को पूरा करने हेतु पर्याप्त वित्तीय और तकनीकी संसाधन जुटाना।
    • संरक्षण योजना और प्रबंधन में शामिल विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, एजेंसियों, राज्यों और क्षेत्रों के बीच समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देना।
    • उच्च जैव विविधता एवं जलवायु महत्त्व के क्षेत्रों की पहचान करने के क्रम में वैज्ञानिक आधार और डेटा की उपलब्धता को मज़बूत बनाना।

    इससे संबंधित अवसर:

    • जैव विविधता संरक्षण के संदर्भ में भारत की मौजूदा उपलब्धियाँ और प्रतिबद्धताएँ जैसे वर्ष 2030 तक 26 मिलियन हेक्टेयर बंजर भूमि को बहाल करने की प्रतिबद्धता।
    • प्रकृति को महत्त्व देने के साथ लोगों के बीच संरक्षण नैतिकता को बढ़ावा देने वाली भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराएँ।
    • संरक्षण प्रयासों जैसे अक्षय ऊर्जा, जैव प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष अनुसंधान एवं सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में भारत के तकनीकी नवाचार और नेतृत्व क्षमता।
    • 30*30 पहल के संदर्भ में जागरूकता बढ़ाने और कार्रवाई करने हेतु नागरिक समाज संगठनों, निजी क्षेत्र की संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थानों, मीडिया आउटलेट्स और युवा समूहों जैसे विभिन्न हितधारकों के के बीच समन्वय का लाभ उठाना।
    • सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के साथ संरक्षण से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिये अन्य देशों (विशेष रूप से दक्षिण एशिया और हिंद महासागर क्षेत्र) के साथ सहयोग एवं समन्वय के अवसर।

    निष्कर्ष:

    30*30 पहल, पृथ्वी पर प्रकृति और जीवन की रक्षा हेतु एक महत्त्वाकांक्षी वैश्विक प्रयास है। जैव विविधता के संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन के शमन के संदर्भ में इसके महत्त्वपूर्ण लाभ हैं लेकिन इसको प्राप्त करने के क्रम में भारत के समक्ष कुछ चुनौतियाँ भी मौजूद हैं। सतत् विकास को सुनिश्चित करने के साथ इस लक्ष्य को प्राप्त करने में अग्रणी भूमिका निभाने के क्रम में भारत के पास विशेष अवसर उपलब्ध है।

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