विश्व पटल पर फ्राँसीसी क्रांति के महत्त्व का आकलन कीजिये। इसने आधुनिक इतिहास की दिशा को किस प्रकार परिवर्तित किया था? (250 शब्द)
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- फ्राँसीसी क्रांति का संक्षिप्त परिचय देते हुए अपने उत्तर की शुरुआत कीजिये।
- फ्राँसीसी क्रांति के महत्त्व की चर्चा कीजिये।
- फ्राँसीसी क्रांति के बाद आधुनिक इतिहास की दिशा में होने वाले परिवर्तनों पर चर्चा कीजिये।
- तदनुसार निष्कर्ष दीजिये।
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परिचय:
फ्राँसीसी क्रांति (वर्ष 1789 से 1799 तक), फ्राँस में कट्टरपंथी सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था के उथल-पुथल की अवधि थी। इस दौरान देश की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक प्रणालियों में महत्त्वपूर्ण परिवर्तनों के साथ-साथ व्यापक स्तर पर सांस्कृतिक और बौद्धिक परिवर्तन हुए थे। इस क्रांति का न केवल फ्राँस पर बल्कि शेष यूरोप और विश्व पर भी गहरा प्रभाव पड़ा था जिसने स्वतंत्रता, समानता और लोकतंत्र के लिये होने वाले अन्य आंदोलनों को प्रेरित किया था।
मुख्य भाग:
फ्राँसीसी क्रांति का महत्त्व:
- क्रांतिकारी आदर्शों का प्रसार होना:
- फ्राँसीसी क्रांति ने पूरे यूरोप और अमेरिका में क्रांतिकारी आंदोलनों को प्रेरित करने के साथ स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदर्शों का प्रसार किया था।
- इसके द्वारा राजशाही और अभिजात वर्ग की मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था को चुनौती मिलने के साथ प्रतिनिधि सरकार और संवैधानिक अधिकारों की वकालत की गई थी।
- राष्ट्रवाद का उदय होना:
- फ्राँसीसी क्रांति से राष्ट्रवाद एक शक्तिशाली राजनीतिक शक्ति के रूप में सामने आया।
- इसने सामान्य समस्याओं से पीड़ित और एकीकृत राष्ट्रीय पहचान के रूप फ्राँसीसी लोगों को एक एकजुट किया, जिससे अंततः आधुनिक फ्राँसीसी राष्ट्र-राज्य का गठन हुआ था।
- अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को पुनर्परिभाषित करना:
- फ्राँसीसी क्रांति द्वारा यूरोप की पारंपरिक शासन व्यवस्था को चुनौती मिलने के साथ युद्ध और संघर्ष हुए जिससे इस महाद्वीप को एक नया आकार मिला था।
- इससे वियना कांग्रेस के गठन का मार्ग प्रशस्त हुआ था जिसका उद्देश्य यूरोप में शक्ति और स्थिरता के संतुलन को बहाल करना था।
- मानवाधिकारों को बढ़ावा मिलना:
- फ्राँसीसी क्रांति से मानवाधिकारों की अवधारणा को बढ़ावा मिला, जो आधुनिक लोकतंत्र की आधारशिला बने।
- इस क्रांति के दौरान अपनाई गई नागरिक अधिकारों की घोषणा ने व्यक्तिगत अधिकारों और स्वतंत्रता के सिद्धांत को स्थापित किया था।
फ्राँसीसी क्रांति के बाद आधुनिक इतिहास की दिशा में होने वाला परिवर्तन-
- पुरानी व्यवस्था का अंत होना:
- फ्राँसीसी क्रांति से यूरोप की पुरानी राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था पर विराम लगा।
- पुरानी शासन व्यवस्था (जो सामंतवाद, निरंकुश राजतंत्र और पादरियों के विशेषाधिकारों पर आधारित थी) को क्रांतिकारियों द्वारा समाप्त कर दिया गया था।
- क्रांतिकारियों ने स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के सिद्धांतों की घोषणा की और एक नए लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना की थी।
- अन्य क्रांतियों का प्रेरित होना:
- फ्राँसीसी क्रांति का शेष यूरोप और विश्व पर गहरा प्रभाव पड़ा था। इसने अन्य क्रांतिकारी आंदोलनों को प्रेरित किया, जैसे लैटिन अमेरिका का स्वतंत्रता संघर्ष और 1848 की यूरोपीय क्रांति।
- फ्राँसीसी क्रांति के विचारों ने आधुनिक लोकतंत्र, राष्ट्रवाद और मानवाधिकारों के विकास को भी प्रभावित किया था।
- नई राजनीतिक संस्थाओं की स्थापना होना:
- फ्राँसीसी क्रांति से नए राजनीतिक संस्थानों की स्थापना हुई जो संप्रभुता और प्रतिनिधि सरकार के सिद्धांतों पर आधारित थीं।
- इस क्रांति के बाद के नेपोलियन युग में सिविल कोड और लीजन ऑफ ऑनर के रूप में नवीन विकास को देखा गया।
- अन्य युद्धों और संघर्षों को नेतृत्व मिलना:
- फ्राँसीसी क्रांतिकारी युद्ध, यूरोपीय शक्तियों के खिलाफ फ्राँस द्वारा लड़े गए युद्धों की एक श्रृंखला थे।
- इन युद्धों के परिणामस्वरूप फ्राँसीसी साम्राज्य का विस्तार हुआ, क्रांतिकारी आदर्शों का प्रसार हुआ और यूरोपीय शक्ति संतुलन अस्थिर हो गया था।
निष्कर्ष:
फ्राँसीसी क्रांति को आधुनिक इतिहास के एक ऐसे ऐतिहासिक घटनाक्रम के रूप में संदर्भित किया जाता है, जिसका विश्व पटल पर दूरगामी प्रभाव पड़ा था। इसने क्रांतिकारी आंदोलनों को प्रेरित किया, राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया, पारंपरिक सत्ता संरचनाओं को चुनौती दी तथा मानवाधिकारों और लोकतंत्र के आदर्शों को बढ़ावा दिया था। इसकी विरासत आज भी कई देशों की राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्थाओं में देखी जा सकती है।