आधुनिकीकरण का मतलब ऐसी प्रक्रिया से है जिसमें धर्म के प्रभाव में कमी आती है। भारतीय समाज में यह कहाँ तक संभव हो सका है? विवेचना कीजिये।
22 Jan, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भारतीय समाजउत्तर की रूपरेखा:
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आधुनिकीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें परलोक की जगह इहलोक, ईश्वर की जगह मनुष्य, अध्यात्म की जगह भौतिकता तथा धर्म की जगह मानवता केंद्र में आती है। स्वाभाविकतः धर्म का प्रभाव कम होगा, धार्मिक आडंबर टूटेंगे तथा मनुष्य और उसकी समस्याएँ तथा विचार केंद्र में आएंगे।
भारतीय सामाजिक प्रक्रिया के संदर्भ में बात करें तो धर्म का प्रभाव कम तो हुआ ही है। पहले जहाँ भारतीय लोगों के सभी क्रियाकलाप धर्म पर आधारित होते थे, अब उससे छुटकारा मिला है।
लेकिन यह आधुनिकता का एक पहलू है। इसके दूसरे पहलू भी हैं-
वस्तुतः इसका कारण सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया में है। हम अपने कपड़े, भोजन इत्यादि से तो आधुनिक हो गए हैं। किताबी बातों को पढ़कर भी हम आधुनिक होने का दंभ भरते हैं। लेकिन आंतरिक रूप से वही दकियानुसी सोच हम पर हावी है जो सदियों पहले थी। समाज के बहुत कम लोग पूर्ण रूप से आधुनिक हो पाए हैं।
कुल मिलाकर देखें तो निःसंदेह धर्म के प्रभाव में कमी आई है। यह कुछ खास वर्गों तक ही हो पाया है। निरक्षर, गरीब, ग्रामीण इत्यादि वर्गों पर अभी भी धर्म का विशेष प्रभाव है।