औद्योगिक क्रांति ने यूरोप और उत्तरी अमेरिका में समाज और अर्थव्यवस्था को किस प्रकार प्रभावित किया था? (150 शब्द)
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- औद्योगिक क्रांति का संक्षिप्त परिचय देते हुए अपने उत्तर की शुरुआत कीजिये।
- समाज और अर्थव्यवस्था पर औद्योगिक क्रांति के प्रभावों की चर्चा कीजिये।
- तदनुसार निष्कर्ष दीजिये।
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परिचय:
औद्योगिक क्रांति व्यापक परिवर्तनों की अवधि थी जिसने यूरोप और उत्तरी अमेरिका के समाज और अर्थव्यवस्था को व्यापक स्तर पर प्रभावित किया था। इस अवधि में लोगों के कार्य करने, रहने और एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने के तरीके में महत्त्वपूर्ण बदलाव देखा गया था। इस क्रांति से दोनों क्षेत्रों की अर्थव्यवस्थाओं में परिवर्तन होने के साथ नई तकनीकों, नए सामाजिक वर्गों और जीवन के नए तरीकों का उदय हुआ था।
मुख्य भाग:
- औद्योगिक क्रांति 18वीं सदी के अंत में शुरू हुई थी। ब्रिटेन में शुरू होकर तेजी से यूरोप और उत्तरी अमेरिका के अन्य हिस्सों में इसका विस्तार हुआ था। इस क्रांति से कृषि, परिवहन, संचार और विनिर्माण क्षेत्र में बड़े बदलाव आए थे। समाज और अर्थव्यवस्था पर औद्योगिक क्रांति के प्रमुख प्रभाव निम्नलिखित हैं:
- फैक्ट्री प्रणाली का उदय: औद्योगिक क्रांति से यूरोप और उत्तरी अमेरिका में फैक्ट्री प्रणाली का उदय देखा गया। इससे शहरी क्षेत्रों का विकास हुआ, क्योंकि लोगों ने कारखानों में काम करने के लिये ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों में जाना शुरू किया था।
- इस प्रणाली से वस्तुओं के उत्पादन के तरीके में महत्त्वपूर्ण बदलाव आए थे क्योंकि मशीनों ने मानव श्रम का स्थान लिया था। इससे दक्षता और उत्पादकता में वृद्धि हुई, जिसके परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था का विकास हुआ था।
- नए सामाजिक वर्गों का उदय: औद्योगिक क्रांति के कारण यूरोप और उत्तरी अमेरिका में नए सामाजिक वर्गों का उदय हुआ था।
- कारखाने के मालिक और पूंजीपति नए अभिजात वर्ग के रूप में उभरे जबकि मजदूर वर्ग के रूप में भी नए वर्ग का उदय हुआ था।
- इससे ऐसी सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को जन्म मिला था जिसमें अमीर और अमीर तथा गरीब और भी गरीब होते जा रहे थे।
- व्यापार में वृद्धि और वैश्वीकरण: औद्योगिक क्रांति से यूरोप और उत्तरी अमेरिका में व्यापार में वृद्धि होने के साथ वैश्वीकरण को प्रोत्साहन मिला था।
- भाप के इंजन और रेलमार्ग जैसी नई तकनीकों से वस्तुओं और लोगों का लंबी दूरी तक गमन आसान हुआ।
- इससे विभिन्न क्षेत्रों के बीच व्यापार में वृद्धि होने के साथ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि हुई थी।
- तकनीकी प्रगति: औद्योगिक क्रांति से यूरोप और उत्तरी अमेरिका में महत्त्वपूर्ण तकनीकी प्रगति हुई थी।
- स्पिनिंग जेनी, पॉवर लूम और स्टीम इंजन जैसे नए आविष्कारों से वस्तुओं के उत्पादन के तरीके में क्रांति आई थी।
- इससे दक्षता और उत्पादकता में वृद्धि होने से अर्थव्यवस्था का विकास हुआ था।
- पर्यावरणीय प्रभाव: औद्योगिक क्रांति से यूरोप और उत्तरी अमेरिका के क्षेत्र में पर्यावरण पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ा था।
- इस दौरान कारखानों और शहरी क्षेत्रों के विकास के कारण प्रदूषण और पर्यावरणीय क्षरण में वृद्धि हुई।
- इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों पर इसके दीर्घकालिक परिणाम हुए।
- संपत्ति में वृद्धि: औद्योगिक क्रांति से संपत्ति की मात्रा में वृद्धि होने से मध्यम वर्ग का उदय हुआ था।
- शहरीकरण में बदलाव: उद्योगों का विकास होने से और अधिक श्रमिकों की आवश्यकता हुई, जिसके कारण लोग ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों की ओर प्रवासित हुए। इस क्रम में शहरीकरण में महत्त्वपूर्ण बदलाव आया। इस प्रवासन के कारण शहरों में भीड़भाड़ एवं रहने की दयनीय स्थिति उत्पन्न होने के साथ स्वास्थ्य संबंधी मानकों में गिरावट को देखा गया।
निष्कर्ष:
- औद्योगिक क्रांति व्यापक परिवर्तनों की अवधि थी जिसका यूरोप और उत्तरी अमेरिका के समाज तथा अर्थव्यवस्था पर काफी प्रभाव पड़ा था। वस्तुओं के उत्पादन के तरीके में परिवर्तन, नए सामाजिक वर्गों के उदय, व्यापार और वैश्वीकरण में वृद्धि, तकनीकी प्रगति एवं पर्यावरणीय क्षरण के रूप में इसके विभिन्न प्रभाव देखे गए।
- अर्थव्यवस्था पर कई सकारात्मक प्रभाव होने के साथ औद्योगिक क्रांति के समाज और पर्यावरण पर कई नकारात्मक प्रभाव भी पड़े थे। कुल मिलाकर औद्योगिक क्रांति का दौर मानव इतिहास में एक ऐसा निर्णायक चरण था जिससे हमारे जीने, कार्य करने और एक दूसरे के साथ व्यवहार करने के तरीकों में काफी परिवर्तन आया था।