1. शिक्षा, सत्य की खोज एवं सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने का उपागम है।2. कोई भी सुधार जब तक नागरिक-केंद्रित और नागरिक-संचालित नहीं होता है तब तक उसमें प्रतिरोध और विफलता की संभावना बनी रहती है।
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।