शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, राजनीति और सामाजिक आंदोलनों जैसे जीवन के विभिन्न आयामों में महिलाओं तथा महिला संगठनों की भूमिका पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- महिलाओं और महिला संगठनों के महत्त्व पर संक्षेप में चर्चा करते हुए अपना उत्तर प्रारंभ कीजिये।
- शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, राजनीति और सामाजिक आंदोलनों में इनकी भूमिका की चर्चा कीजिये।
- तदनुसार निष्कर्ष दीजिये।
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परिचय:
- महिलाओं ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, राजनीति और सामाजिक आंदोलनों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हाल के दिनों में महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी क्षमता का परिचय दिया है और समाज के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।
मुख्य भाग:
- शिक्षा:
- शिक्षा में महिलाओं की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है क्योंकि ये बच्चे की पहली शिक्षक होती हैं। महिलाओं ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है और यह एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ इन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
- महिला संगठनों ने लड़कियों और महिलाओं को शिक्षा प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिससे इन्हें आत्मनिर्भर बनने और समाज में योगदान करने में मदद मिली है।
- ऐसे संगठन का एक उदाहरण मलाला फंड है जिसकी स्थापना पाकिस्तानी शैक्षिक कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई से प्रेरित है। इसका उद्देश्य विकासशील देशों में लड़कियों को शिक्षा प्रदान करना है और इसने लाखों लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने में मदद की है।
- इसके अलावा सरकार ने लड़कियों और महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये कई पहल की हैं। भारत में बेटी बचाओ, बेटी पढाओ अभियान का उद्देश्य लड़कियों के लिये शिक्षा प्रदान करना है और यह स्कूलों में लड़कियों के नामांकन को बढ़ाने में सफल रहा है।
- स्वास्थ्य:
- महिलाओं ने हमेशा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है (विशेषकर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में)। महिला संगठनों ने (विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में) महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- ऐसा ही एक संगठन व्हाइट रिबन एलायंस है जिसका उद्देश्य विश्व भर में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार करना है। यह विकासशील देशों में महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने में सफल रहा है, जिससे मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आई है।
- सरकार ने महिलाओं के लिये स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने के लिये कई पहल भी की हैं उदाहरण के लिये राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का उद्देश्य विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना है।
- राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में सफल रहा है।
- अर्थव्यवस्था:
- महिलाओं ने अर्थव्यवस्था में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है लेकिन उनके योगदान को अक्सर नजरअंदाज किया गया है।
- महिला संगठनों ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिली है।
- ऐसे संगठन का एक उदाहरण स्व-नियोजित महिला संघ (SEWA) है इसका उद्देश्य महिलाओं को रोज़गार के अवसर और प्रशिक्षण प्रदान करके उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
- इसके अलावा विभिन्न सरकारी पहलें हैं जो महिलाओं के लिये आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देती हैं जैसे महिला ई-हाट पहल का उद्देश्य महिला उद्यमियों को अपने उत्पादों और सेवाओं को प्रदर्शित करने के लिये एक मंच प्रदान करना है।
- यह महिलाओं के लिये रोज़गार के अवसर प्रदान करने में सफल रहा है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिली है।
- राजनीति:
- राजनीति में महिलाओं की भूमिका हमेशा महत्त्वपूर्ण रही है लेकिन राजनीति में इनका प्रतिनिधित्व सीमित रहा है। महिला संगठनों ने राजनीति में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- उदाहरण के लिये इस तरह के एक संगठन, राष्ट्रीय महिला गठबंधन (NAWO) ने महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- इसने महिलाओं को राजनीति में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित करने के लिये कई जागरूकता अभियान चलाए हैं।
- सरकार ने राजनीति में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने के लिये कई पहल की हैं जैसे महिला आरक्षण विधेयक का उद्देश्य महिलाओं के लिये लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में 33% सीटें आरक्षित करना है।
- महिला आरक्षण विधेयक अभी पारित नहीं हुआ है लेकिन इसने राजनीति में महिलाओं के प्रतिनिधित्व पर चर्चा को प्रोत्साहन दिया है।
- सामाजिक आंदोलन:
- भारत में कई सामाजिक आंदोलनों में महिलाओं ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चिपको आंदोलन, नर्मदा बचाओ आंदोलन और आंध्र प्रदेश में शराब विरोधी आंदोलन कुछ ऐसे उदाहरण हैं जहाँ महिलाओं ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वूमेन (NFIW) और अखिल भारतीय महिला सम्मेलन (AIWC) जैसे महिला संगठनों ने महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने और महिलाओं को सशक्त बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन संगठनों ने घरेलू हिंसा और यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं को भी सहायता प्रदान की है।
- इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) का उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना है और इसने सामाजिक आंदोलनों में महिलाओं की भागीदारी का समर्थन करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
निष्कर्ष:
शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, राजनीति और सामाजिक आंदोलनों जैसे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं और महिला संगठनों ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सामाजिक परिवर्तन लाने और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में महिलाओं का योगदान महत्त्वपूर्ण रहा है। सरकार ने भी महिलाओं की भागीदारी का समर्थन करने और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिये कई पहल की हैं। हालाँकि इस दिशा में अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है।