प्रश्न :
आप एक ऐसे प्रमुख स्वास्थ्य सेवा संगठन के वरिष्ठ कार्यकारी हैं जिसने हाल ही में रोगियों के निदान और उपचार में डॉक्टरों की सहायता हेतु एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) प्रणाली की शुरुआत की है। इस प्रणाली में रोगी से संबंधित डेटा का विश्लेषण करने, पैटर्न की पहचान करने और परिणामों की भविष्यवाणी करने के लिये मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग किया जाता है। इसे रोगी से संबंधित परिणामों में सुधार करने एवं लागत कम करने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
हालांकि यह प्रणाली हाल ही में ऐसे मीडिया, रोगी समूहों और नियामक तंत्र के जाँच के दायरे में रही है जो स्वास्थ्य देखभाल में एआई का उपयोग करने के नैतिक प्रभावों के बारे में चिंतित हैं। इसमें ऐसी चिंताएँ शामिल हैं कि यह प्रणाली पक्षपाती हो सकती है क्योंकि डेटा आधारित होने के कारण इसका सभी रोगियों के संदर्भ में सामान परिणाम नहीं हो सकता है। इसमें रोगियों की गोपनीयता और स्वतंत्रता के बारे में भी संभावित चिंताएँ निहित हैं, क्योंकि इसमें इनका डेटा इनकी स्पष्ट सहमति के बिना एकत्र और विश्लेषित किया जा रहा है।
आपको इन नैतिक चिंताओं को दूर करने के साथ यह सुनिश्चित करने का कार्य सौंपा गया है कि स्वास्थ्य सेवा संगठन जिम्मेदार और नैतिक तरीके से संचालित हो रहा है।
एआई प्रणाली में विद्यमान पक्षपात को दूर करने और यह सुनिश्चित करने के लिये कि यह पारदर्शी और जवाबदेह तरीके से संचालित है,आप क्या कदम उठाएँगे ?
24 Feb, 2023
सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- इस मामले की संक्षिप्त व्याख्या करते हुए अपना उत्तर प्रारंभ कीजिये।
- इस मामले में शामिल विभिन्न हितधारकों तथा नैतिक मुद्दों एवं दुविधाओं के बारे में चर्चा कीजिये।
- इस संबंध में वरिष्ठ कार्यकारी द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के बारे में चर्चा कीजिये।
- तदनुसार निष्कर्ष दीजिये।
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परिचय:
- उपर्युक्त मामले में एक प्रमुख स्वास्थ्य संगठन ने रोगियों के निदान और उपचार में डॉक्टरों की सहायता हेतु एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) प्रणाली की शरुआत की है। इस प्रणाली में रोगी के डेटा का विश्लेषण करने, पैटर्न की पहचान करने एवं परिणामों की भविष्यवाणी करने हेतु मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग किया जाना शामिल है। इसका लक्ष्य रोगी से संबंधित परिणामों में सुधार करना और इलाज की लागत को कम करना है। हालांकि यह प्रणाली अपने संभावित नैतिक परिणामों के कारण जाँच के दायरे में आ गई है।
मुख्य भाग:
- शामिल हितधारक:
- स्वास्थ्य सेवा संगठन,
- वरिष्ठ कार्यकारी के रूप स्वयं मैं,
- रोगी,
- डॉक्टर,
- नियामक
- मीडिया,
- रोगी समूह,
- समाज।
- इसमें शामिल नैतिक मुद्दे:
- उत्तरदायित्व: स्वास्थ्य सेवा संगठन की यह जिम्मेदारी है कि वह मरीजों और हितधारकों के कल्याण को बढ़ावा देने वाले तरीके से कार्य करे।
- इसलिये इसे यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि इसकी प्रणाली से रोगी के व्यक्तिगत डेटा का दुरूपयोग न हो।
- जवाबदेहिता: इस संगठन को एआई प्रणाली के निर्णयों और कार्यों के प्रति जवाबदेह होना चाहिये।
- इसमें इस प्रणाली के एल्गोरिदम से उत्पन्न होने वाली किसी भी त्रुटि या पूर्वाग्रह के संबंध में जिम्मेदारी लेना शामिल है।
- पारदर्शिता: इस संगठन को एआई सिस्टम की क्षमताओं, सीमाओं और संभावित पूर्वाग्रहों के बारे में पारदर्शी होना चाहिये।
- इसमें एल्गोरिदम विकसित करने के लिये उपयोग किये जाने वाले डेटा स्रोतों और विश्लेषणात्मक प्रक्रियाओं के बारे में स्पष्ट और सुलभ जानकारी प्रदान करना शामिल है।
- निष्पक्षता: एआई सिस्टम को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कार्य करना चाहिये। इस प्रणाली के एल्गोरिदम में पाए गए किसी भी पूर्वाग्रह को तुरंत हल किया जाना चाहिये और यह सुनिश्चित करने के लिये उपाय किये जाने चाहिये कि यह प्रणाली सभी रोगियों के लिये निष्पक्ष रूप से संचालित हो।
- गोपनीयता और निजता: स्वास्थ्य सेवा संगठन को रोगी के डेटा की गोपनीयता और निजता की रक्षा के लिये उपाय करने चाहिये।
- मरीजों को सूचित किया जाना चाहिये कि उनके डेटा का उपयोग कैसे किया जा रहा है और उन्हें डेटा तक पहुँच का अधिकार होना चाहिये।
- कार्रवाई का क्रम:
- एआई प्रणाली में पक्षपात को दूर करने और यह सुनिश्चित करने के लिये कि यह पारदर्शी और जवाबदेह है, मैं निम्नलिखित कदम उठाऊँगा:
- पूर्वाग्रह के संबंध में इस प्रणाली का आकलन करना: सबसे पहले मैं एआई प्रणाली की डिज़ाइन, कार्यक्षमता और डेटा स्रोतों को समझने के लिये उसका मूल्यांकन करूँगा।
- इससे मुझे इस प्रणाली में किसी भी संभावित पक्षपात की पहचान करने और यह निर्धारित करने में मदद मिलेगी कि यह कितनी पारदर्शी और जवाबदेह है।
- डेटा का मूल्यांकन करना: इसके बाद मैं इस प्रणाली में उपयोग किये जाने वाले डेटा का मूल्यांकन करूँगा ताकि सुनिश्चित हो सके कि यह सभी रोगी समूहों का प्रतिनिधित्व करता है।
- यदि इस डेटा में पूर्वाग्रह है तो मैं अधिक विविध डेटा स्रोतों को शामिल करके और यह सुनिश्चित करने के लिये काम करूँगा कि डेटा का संग्रह ठीक से किया गया है।
- गवर्नेंस फ्रेमवर्क विकसित करना: इसके अलावा मैं एआई प्रणाली के लिये एक गवर्नेंस फ्रेमवर्क विकसित करूँगा जो यह रेखांकित करता हो कि निर्णय कैसे किये जाते हैं, पक्षपात के संबंध में इस प्रणाली की निगरानी कैसे की जाती है और इसे अपने निर्णयों के लिये कैसे जवाबदेह ठहराया जा सकता है।
- इस ढाँचा से यह भी सुनिश्चित होगा कि रोगी से संबंधित डेटा का जिम्मेदार और नैतिक तरीके से उपयोग किया जा रहा है।
- रोगी की गोपनीयता और स्वायत्तता सुनिश्चित करना: मैं कॉर्पोरेट गवर्नेंस के नैतिक सिद्धांतों और नीतियों को विकसित एवं कार्यान्वित करके यह सुनिश्चित करूँगा कि रोगी के डेटा को केवल उनकी स्पष्ट सहमति से एकत्रित और विश्लेषित किया जा रहा है।
- इससे भारत में डेटा संरक्षण एवं गोपनीयता कानूनों का अनुपालन सुनिश्चित होगा।
- नियमित निगरानी और मूल्यांकन करना: इसके अलावा मैं रोगियों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की प्रतिक्रिया प्राप्त करके, इस प्रणाली द्वारा की गई भविष्यवाणियों की सटीकता का मूल्यांकन करके और सिस्टम की निर्णय लेने की प्रक्रिया में संभावित पक्षपात या त्रुटियों की पहचान करके सिस्टम के प्रदर्शन की निगरानी करूँगा।
- हितधारकों के साथ समन्वय करना: अंत में मैं रोगी समूहों, प्रदर्शनकारियों, नियामकों और अन्य हितधारकों की चिंताओं को समझने और एआई प्रणाली के विकास और कार्यान्वयन में उनकी प्रतिक्रिया को ध्यान में रखूँगा।
निष्कर्ष:
इन कदमों को लागू करके वरिष्ठ कार्यकारी के रूप में एआई प्रणाली से संबंधित नैतिक चिंताओं को दूर करने के साथ यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि स्वास्थ्य सेवा संगठन जिम्मेदार और नैतिक तरीके से संचालित हो रहा है। ऐसे में रोगियों और जनता के विश्वास को बनाए रखते हुए रोगी से संबंधित परिणामों को बेहतर बनाने एवं लागत कम करने के लिये इस संगठन द्वारा एआई प्रणाली का उपयोग करना जारी रखा जा सकता है।