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प्रश्न :
भारत में पेट्रोलियम संसाधनों के वितरण पर टिप्पणी लिखें।
05 Feb, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोलउत्तर :
पेट्रोलियम ऊर्जा का एक गैर-नवीकरणीय संसाधन है। वाहनों के बढ़ते प्रयोग तथा औद्योगिकीकरण के कारण वर्तमान में पेट्रोलियम ऊर्जा के एक महत्त्वपूर्ण साधन के रूप में उभरा है। पेट्रोलियम मुख्यतः टर्शियरी काल की अवसादी चट्टानों में पाया जाता है। ये चट्टानें भारत के लगभग 40% भागों में पाई जाती हैं। इसके अलावा विशाल समुद्र तट का होना भी पेट्रोलियम संसाधनों की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। भारत में पेट्रोलियम संसाधन के वितरण को निम्नलिखित रूप से देखा जा सकता है-
- असम तथा अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के ब्रह्मपुत्र घाटी का प्रदेश पेट्रोलियम संसाधनों की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है आजादी तक असम का डिगबोई क्षेत्र पेट्रोलियम का एकमात्र प्रमुख उत्पादक क्षेत्र था। इसके अलावा असम के नाहरकटिया तथा मोरन क्षेत्र भी पेट्रोलियम के महत्त्वपूर्ण उत्पादक हैं।
- पश्चिमी तट पर गुजरात में अंकलेश्वर, कालोल, मेहसाणा नवागांव तथा कोसंबा पेट्रोलियम संसाधनों की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हैं। इसके अलावा मुंबई से 107 किलोमीटर दूर अवस्थित मुंबई हाई का अपतटीय क्षेत्र भी 1976 के बाद पेट्रोलियम पदार्थों के प्रमुख उत्पादक स्थल के रूप में उभरा है।
- इसके अलावा पूर्वी तट पर कृष्णा, गोदावरी कथा कावेरी नदियों के बेसिन भी पेट्रोलियम पदार्थों की दृष्टि से अत्यंत धनी प्रदेश हैं।
इस चित्र के माध्यम से पेट्रोलियम पदार्थों के वितरण को देखा जा सकता है-
भारत में पेट्रोलियम पदार्थों के भंडार बड़ी मात्रा में होने की संभावना है, किंतु इनका उचित दोहन अभी तक नहीं हो पाया है इस कारण से भारत को बड़ी मात्रा में पेट्रोलियम पदार्थों का आयात करना पड़ता है। वैज्ञानिक तथा नवीनतम तकनीक के प्रयोग से भारत में पेट्रोलियम पदार्थों से संबंधित अन्य स्थलों से इनका उत्पादन किया जा सकता है और विदेशी निर्भरता को कम किया जा सकता है।
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