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प्रश्न :
भारत में जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने में महिलाओं की भूमिका पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
06 Feb, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भारतीय समाजउत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण
- भारत में जनसंख्या के वर्तमान परिदृश्य पर संक्षेप में चर्चा करते हुए अपना उत्तर प्रारंभ कीजिये।
- भारत में जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने में महिलाओं की भूमिका की चर्चा कीजिये।
- तद्नुसार निष्कर्ष लिखिये।
भूमिका
- हाल के वर्षों में, जनसंख्या वृद्धि भारत सहित कई देशों के लिये एक प्रमुख चिंता का विषय बन गई है। भारत की जनसंख्या 2050 तक 170 करोड़ तक पहुँचने का अनुमान है, जिससे यह विश्व में सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा।
- जनसंख्या वृद्धि के मुद्दे को संबोधित करने के प्रमुख तरीकों में से एक महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें अपने प्रजनन स्वास्थ्य पर स्वनियंत्रण प्रदान करना है।
मुख्य भाग
- वर्तमान परिदृश्य:
- लगभग 150 करोड़ की जनसंख्या के साथ भारत विश्व का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है। भारत में जनसंख्या वृद्धि दर लगभग 1.2% है, जो अन्य विकसित देशों की तुलना में अधिक मानी जाती है।
- उच्च जनसंख्या वृद्धि दर के पीछे प्रमुख कारण प्रजनन स्वास्थ्य और परिवार नियोजन विधियों के बारे में महिलाओं में शिक्षा और जागरूकता की कमी है। इसलिये महिलाओं को सशक्त बनाना समय की मांग है, ताकि वे जनसंख्या नियंत्रण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।
- लगभग 150 करोड़ की जनसंख्या के साथ भारत विश्व का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है। भारत में जनसंख्या वृद्धि दर लगभग 1.2% है, जो अन्य विकसित देशों की तुलना में अधिक मानी जाती है।
- भारत में जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने में महिलाओं की भूमिका:
- सूचित निर्णय लेना:
- जनसंख्या वृद्धि में महिला सशक्तिकरण महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह महिलाओं को अपने प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में सूचित निर्णय लेने का अधिकार देता है।
- जब महिलाएँ सशक्त होती हैं, तो उन्हें परिवार नियोजन सेवाओं सहित गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँचने का अधिकार होता है, और वे जितने बच्चे पैदा करना चाहती हैं, उसका निर्णय स्वयं कर सकती हैं।
- भारत सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने और प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच प्रदान करने के लिये विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों को लागू किया है।
- उदाहरण के लिये, जननी सुरक्षा योजना (JSY) कार्यक्रम उन महिलाओं को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करता है जो अपने बच्चों को स्वास्थ्य संस्थानों में जन्म देती हैं और संस्थागत प्रसव करवाती हैं।
- जनसंख्या वृद्धि में महिला सशक्तिकरण महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह महिलाओं को अपने प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में सूचित निर्णय लेने का अधिकार देता है।
- जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने में शिक्षा की भूमिका:
- शिक्षा महिलाओं को सशक्त बनाने और जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- जो महिलाएँ शिक्षित हैं, वे परिवार नियोजन के तरीकों के बारे में अधिक जागरूक होती हैं और उनके परिवारों में उच्च स्तर के निर्णय लेने की शक्ति होती है।
- भारत में, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान सहित लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये विभिन्न कार्यक्रम लागू किये गए हैं।
- अभियान का उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना एवं कन्या भ्रूण हत्या और लिंग-चयनात्मक गर्भपात के मुद्दे को संबोधित करना है।
- शिक्षा महिलाओं को सशक्त बनाने और जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- परिवार नियोजन सेवाओं में भूमिका:
- जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के लिये महिलाओं हेतु परिवार नियोजन सेवाएँ महत्त्वपूर्ण हैं।
- भारत में, प्राकृतिक और आधुनिक तरीकों सहित परिवार नियोजन के विभिन्न तरीके उपलब्ध हैं। हालाँकि, इन सेवाओं की उपलब्धता सीमित है और कई महिलाओं की गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन सेवाओं तक पहुँच नहीं है।
- सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) कार्यक्रम सहित परिवार नियोजन सेवाओं तक पहुँच में सुधार के लिये विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों को लागू किया है। NRHM कार्यक्रम परिवार नियोजन सेवाएँ प्रदान करने वाले ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना के लिये पूंजी उपलब्ध कराता है।
- जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के लिये महिलाओं हेतु परिवार नियोजन सेवाएँ महत्त्वपूर्ण हैं।
- सूचित निर्णय लेना:
निष्कर्ष
- भारत में जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने में महिलाओं की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। जनसंख्या वृद्धि दर को नियंत्रित करने के लिये महिला सशक्तिकरण एवं प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार, शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन सेवाओं तक पहुँच आवश्यक है।
- सरकार ने इन मुद्दों के समाधान के लिये विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों को लागू किया है, लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिये और अधिक प्रयास किये जाने की आवश्यकता है कि सभी महिलाओं की इन सेवाओं तक पहुँच हो। भारत में स्थायी जनसंख्या वृद्धि सुनिश्चित करने के लिये महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और निर्बाध गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन सेवाएँ प्रदान करना अधिक महत्त्वपूर्ण है।
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