1. गुलामी की बेड़ियाँ, आजादी की चाह से ज्यादा मजबूत कभी नहीं हो सकती हैं।2. वामपंथी उग्रवाद के अभिशाप का सामना केवल विकास और प्रतिरोध की दोहरी रणनीति के माध्यम से ही किया जा सकता है।
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।