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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    "किसी व्यक्ति के नैतिक सिद्धांत विभिन्न कारकों का परिणाम होते हैं"। इस कथन के आलोक में नैतिक आदर्शों के विकास में लोक मीडिया और सोशल मीडिया की भूमिका की चर्चा कीजिये। (150 शब्द)

    22 Dec, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    दृष्टिकोण:

    • नैतिक सिद्धांतों की संक्षेप में व्याख्या करते हुए अपने उत्तर की शुरुआत कीजिये।
    • बताइए कि लोक मीडिया और सोशल मीडिया व्यक्तियों के नैतिक आदर्शों के विकास में किस प्रकार सहायक है।
    • तदनुसार निष्कर्ष लिखिये।

    परिचय:

    नैतिक सिद्धांत ऐसे दिशानिर्देश होते हैं जिनसे सही और गलत कार्य का निर्धारण होता है। इनमें ईमानदारी, निष्पक्षता और समानता जैसे गुण शामिल हैं। नैतिक सिद्धांत सभी के लिये अलग-अलग हो सकते हैं क्योंकि ये इस बात पर निर्भर करते हैं कि किसी व्यक्ति का पालन-पोषण कैसे हुआ है और जीवन में उसके लिये क्या महत्त्वपूर्ण है। इसके अलावा ये सामाजिक मानदंडों, सांस्कृतिक प्रथाओं और धार्मिक प्रभावों से प्रेरित होते हैं।

    मुख्य भाग:

    • नैतिक आदर्शों के निर्धारण में लोक मीडिया और सोशल मीडिया की भूमिका:
      • वर्तमान में नैतिक मूल्यों के निर्धारण में सोशल मीडिया और लोक मीडिया की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। तकनीकी प्रगति से मीडिया के प्रभाव (खासकर युवाओं के बीच) में वृद्धि हुई है।
      • मीडिया द्वारा सामाजिक विकास, सहिष्णुता और दूसरे की संस्कृति के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने जैसे विभिन्न तरीकों से लोगों के मूल्यों और विश्वासों को आकार मिलता है। मीडिया के माध्यम से बच्चे आसानी से प्रभावित होते हैं।
      • परंपरा को प्रसारित करना: मीडिया के माध्यम से किसी खास दृष्टिकोण को विकसित और प्रसारित किया जा सकता है।
      • जीवन शैली को प्रभावित करना: मीडिया द्वारा लोगों के दृष्टिकोण और विचारों में परिवर्तन आता है। यह जीवन शैली और संस्कृति को प्रभावित करती है।
      • सामाजिक जागरूकता प्रसारित करना: उदाहरण के लिये इसके द्वारा स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करने के लिये स्वच्छ भारत अभियान को लोकप्रिय बनाया गया है।
      • नकारात्मक व्यवहार विकसित होना: बच्चे आसपास के परिदृश्य को देखकर सामाजिक व्यवहारों को आत्मसात करते हैं। इसलिये हिंसक, आक्रामक या रूढ़िवादी प्रवृत्ति वाले टेलीविजन कार्यक्रम से बच्चों में नकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो सकता है।

    निष्कर्ष:

    मीडिया के प्रभाव से हमें विश्व की अवधारणा और इसकी वास्तविकता की व्याख्या करने का आधार प्राप्त होता है। मूल्य आधारित समाज के विकास में मीडिया को उत्तरदायी बना रहना चाहिये।

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