प्रश्न. चर्चा कीजिये कि सिविल सेवाओं में उच्च पदों पर रहने के लिये एक अच्छा चरित्र कैसे आवश्यक है। (250 शब्द)
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- अच्छे चरित्र के बारे में संक्षेप में बताइये।
- अच्छे चरित्र का निर्माण करने वाले गुणों और सिविल सेवाओं में उनकी प्रासंगिकता पर चर्चा कीजिये।
- उपयुक्त निष्कर्ष दीजिये ।
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परिचय:
सिविल सेवक का अच्छा चरित्र, अंतरात्मा की आवाज को मज़बूत करने और इसे समाज की सामूहिक भलाई हेतु काम करने के लिये प्रेरित करने के साथ स्वयं के हित में शक्ति के दुरुपयोग से रोकता है।
मुख्य भाग:
- अच्छे चरित्र वाले सिविल सेवक के कुछ आवश्यक गुण:
- निस्वार्थ भाव: इससे लोक कल्याण की भावना को प्रोत्साहन मिलता है।
- वस्तुनिष्ठता: तर्कसंगत, निष्पक्ष आधार पर निर्णयों से न्याय, समानता के साथ बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं।
- खुलापन: सिविल सेवक को अपने कार्यों और निर्णयों में पारदर्शी होना चाहिये। इससे निर्णय लेने की गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
- ईमानदारी: इससे सुनिश्चित होगा कि सार्वजनिक पद का निहित स्वार्थ के लिये उपयोग ना हो इससे शासन में लोगों की भागीदारी बढ़ने के साथ लोगों का नौकरशाही के साथ सहयोग और समन्वय बढ़ेगा।
- सत्यनिष्ठा: विश्वसनीयता, निष्ठा और सत्यनिष्ठा प्रभावी नेतृत्व की विशेषताएँ हैं जिसके परिणामस्वरूप वांछित परिणाम प्राप्त करने की क्षमता प्राप्त होती है।
- पारदर्शिता: यह लोकतांत्रिक निर्णय लेने की आधारशिला है जिससे निर्णयों को अधिक समावेशी, स्वीकार्य और जवाबदेह बनाकर उनकी गुणवत्ता में भी वृद्धि होती है।
निष्कर्ष:
इस प्रकार आधुनिक समय की चुनौतियों जैसे भ्रष्टाचार, शासन के प्रति विश्वास संकट, वंशवाद, पक्षपातपूर्ण निर्णय आदि के आलोक में उच्च स्तर के सिविल सेवकों के लिये अच्छा चरित्र आवश्यक हो जाता है। इसे संस्कृत के वाक्यांश "शीलम परम भूषणम" (चरित्र सर्वोच्च है) द्वारा भी दर्शाया गया है।