क्रीमिया के युद्ध ने इटली के एकीकरण को मूर्त रूप प्रदान किया। विवेचना करें।
10 Mar, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहासउत्तर की रूपरेखा :
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इटली के एकीकरण में ऑस्ट्रिया सबसे बड़ा अवरोधक था तथा एकीकरण के लिये आवश्यक था कि इटली, ऑस्ट्रिया के प्रभुत्व से मुक्त हो। इटली के एकीकरण को ‘क्रीमिया के युद्ध’ ने उचित अवसर प्रदान किया। वस्तुतः ‘क्रीमिया के युद्ध’ में इंग्लैंड तथा फ्राँस, रूस के विरुद्ध तुर्की की मदद कर रहे थे। इस युद्ध में काबूर ने इंग्लैंड व फ्राँस के पक्ष में बिना शर्त अपनी सेना को भेज दिया जिसके परिणामस्वरूप उसे फ्राँस के साथ मित्रता का अवसर मिला।
युद्ध की समाप्ति पर पेरिस शांति समझौते में इंग्लैंड, फ्राँस, रूस, ऑस्ट्रिया के साथ काबूर को भी आमंत्रित किया गया। उसने सम्मेलन के समक्ष इटली की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति का चित्रण कर इसके लिये ऑस्ट्रिया को दोषी करार दिया। उसने इटली के प्रश्न को यूरोपीय राजनीति के केंद्र में ला दिया। यहाँ नेपोलियन-||| कबूर से इतना प्रभावित हुआ कि उसने पूछा मैं इटली के लिये क्या कर सकता हूँ? इस प्रकार सम्मलेन में काबूर ने फ्राँस के रूप में एक सहयोगी प्राप्त किया।
कालांतर में उसने ऑस्ट्रिया के विरुद्ध फ्राँस का सहयोग प्राप्त कर लोम्बार्डी को प्राप्त किया और इस प्रकार एकीकरण की प्रक्रिया आगे बढ़ी। इसलिए कहा गया कि ‘क्रीमिया के कीचड़ से इटली का जन्म हुआ।’
इटली के एकीकरण में अन्य कारक भी मौजूद रहे, जैसे-काबूर का यथार्थवादी दृष्टिकोण, जो यह जानता था कि इटली का एकीकरण बिना विदेशी सहायता के संभव नही है। इसलिए काबूर ने विदेशी सहायता की तलाश शुरू की जो उसे क्रीमिया के युद्ध के दौरान मिला। वहीं यंग इटली एवं कर्बोनरी संस्था नें एकीकरण के लिये राष्ट्रीय चेतना का आधार तैयार किया।