• प्रश्न :

    मान लीजिये कि आप ज़िला कलेक्टर के रूप में नए नियुक्त हुए हैं और एक व्यवसायी आपके शहर में एक आधुनिक माहौल के साथ एक मॉल बनाने के संबंध में अनुमति लेने के लिये आपसे संपर्क करता है, जो एक बार बन जाने के बाद शहर के लिये एक शानदार संकलन होगा। हालाँकि मॉल के लिये अनुमानित भूमि मलिन बस्तियों से घिरी हुई है और इसलिये निर्माण शुरू होने से पहले इसे साफ किया जाना आवश्यक होगा।

    आपके अधीनस्थ ने आपको सूचित किया कि झुग्गियाँं अवैध रूप से बनाई गई थीं और ड्रग डीलरों और फोन स्नैचरों के लिये प्रजनन स्थल रही हैं।

    इसके अलावा, व्यवसायी का प्रस्ताव है कि यदि आप निविदा को मंज़ूरी देते हैं, तो वह आपकी पत्नी / पति के नाम पर शहर के एक प्रसिद्ध क्षेत्र में एक बड़े भूखंड की खरीद की सुविधा प्रदान करेगा।

    विभिन्न हितों के टकरावों का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिये और एक लोक सेवक के रूप में अपनी कार्यशैली की व्याख्या कीजिये।

    23 Sep, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़

    उत्तर :

    इस केस स्टडी से संबंधित मुद्दे शामिल हितधारक
    नई नियुक्ति व्यापारी
    अवैध झुग्गी बस्तियाँ झुग्गीवासी
    बातचीत के लिये रिश्वत की पेशकश। स्वयं (ज़िला कलेक्टर)
    अवसंरचना विकास के लिये भूमि अधिग्रहण अधीनस्थ अधिकारी

    शामिल नैतिक मुद्दे:

    • अच्छे साध्य के लिये गलत साधन: ज़िले में एक मॉल की स्थापना से इसकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और आर्थिक लाभ भी होंगे, लेकिन इसे पूरा करने के लिये रिश्वत का सहारा नहीं लेना चाहिये। एक प्रसिद्ध क्षेत्र में भूमि के एक बड़े भूखंड को रिश्वत के रूप में लेकर व्यक्तिगत लाभ प्राप्त किया जा सकता है, लेकिन केवल व्यक्तिगत लाभ के लिये एक निविदा पारित करना झुग्गीवासियों के हित में नहीं है।
    • सहानुभूति बनाम कानून का नियम: चूँकि, झुग्गियां अवैध रूप से बनाई गई हैं, ड्रग डीलरों और फोन स्नैचरों की उत्पत्ति के लिये प्रजनन आधार हैं, उनकी निकासी के लिये सख्त कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन ऐसे निर्दोष लोग हैं जिनकी निकासी के कारण जीवन में बाधा उत्पन्न होगी
    • विकास बनाम वंचितों के अधिकार: हाशिए में स्थित वर्गों की कीमत पर विकास नहीं किया जा सकता है और उनके अधिकारों को हर कीमत पर सुरक्षित किया जाना चाहिये, हालाँकि, लोगों को उनके घरों से बेदखल करना एक उचित उपचार नहीं है।

    उपलब्ध विकल्प

    क्रमांक विकल्प गुण दोष
    1. रिश्वत के माध्यम से टेंडर पास करना।
    • ज़िले के विकास के हित में
    • परिवार को भी लाभ होगा।
    • रिश्वतखोरी का कार्य पेशेवर नैतिकता का उल्लंघन करता है।
    • भविष्य के लिये गलत मिसाल कायम करेगा।
    2.  टेंडर पास न करना और झुग्गीवासियों के पक्ष में रहना।
    • यह निर्णय अल्पाधिकार के प्रति सहानुभूति का समर्थन करेगा।
    कानून के शासन के विरुद्ध (अवैध निर्माण के विरुद्ध कार्रवाई)।
    3.  नगर पालिका के सहयोग से व्यवसायियों द्वारा मांगे गए मलिन बस्तियों एवं वांछित क्षेत्रों की जाँच।
    • इससे पेशेवर कर्तव्य का पालन होगा।
    • प्रशासन का निष्पक्ष रवैया दिखेगा

    विकल्प (3) स्थिति को संभालने का सही तरीका होना चाहिये।

    कार्रवाई का तरीका:

    • घूसखोरी को ना कहकर और व्यवसायी को निर्माण वैध होने पर टेंडर पास करने के लिये आश्वस्त किया जाना चाहिये।
    • नगर पालिका की मदद से व्यवसायियों द्वारा मांगे गए मलिन बस्तियों और वांछित क्षेत्रों की जाँच की जानी चाहिये।
    • झुग्गीवासियों और व्यवसायियों के बीच उचित दोतरफा संवाद स्थापित किया जाना चाहिये ताकि दोनों पक्षों को अपने विचार रखने का उचित मौका मिले।

    झुग्गी बस्ती की अवैधता और मॉल के लिये कानूनी रूप से व्यवहार्य वांछित क्षेत्र के मामले में:

    • वंचितों (बेदखल किए जाने वाले) के पुनर्वास के लिये एक उचित योजना को क्रियान्वित किया जाना चाहिये ताकि उनके अधिकारों की रक्षा के साथ-साथ उनकी आजीविका और पर्याप्त मुआवजे की देखभाल की जा सके। इस उद्देश्य के लिये, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) कोष का उपयोग किया जा सकता है।

    यदि मॉल के लिये वांछित क्षेत्र पर्यावरण और कानून के विरुद्ध है:

    • मॉल निर्माण का टेंडर स्वीकृत नहीं होगा ।
    • इसके अतिरिक्त, मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों के लिये आवास प्रदान करने और कौशल विकास प्रशिक्षण आयोजित करने के लिये उपाय किए जाएँगे ताकि वे अपनी आजीविका बनाए रख सकें, जिससे नशीली दवाओं से संबंधित अपराध और डकैती कम हो सके।

    निष्कर्ष:

    इस गतिशील दुनिया में विकास की जरूरतों से समझौता नहीं किया जा सकता है, लेकिन निवास का अधिकार भी एक मौलिक अधिकार है तथा एक सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्यायसंगत सामाजिक व्यवस्था (राज्य नीति के निदेशक सिद्धांत) को सुरक्षित करना राज्य की ज़िम्मेदारी है। इस प्रकार, एक शांतिपूर्ण अस्तित्व के लिये विभिन्न व्यक्तियों और हाशिए पर स्थित समूहों के बीच विकास और अधिकारों के मध्य एक संतुलन बनाया जाना चाहिये।