‘‘धर्म एक व्यक्तिगत मामला है जिसका राजनीति में कोई स्थान नहीं होना चाहिये।’’ विस्तृत व्याख्या कीजिये। (150 शब्द)
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।