क्या लैंगिक असमानता, गरीबी और कुपोषण के दुश्चक्र को महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को सूक्ष्म वित्त (माइक्रोफाइनेंस) प्रदान करके तोड़ा जा सकता है? सोदाहरण स्पष्ट कीजिये।
14 Jun, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 2 सामाजिक न्यायSHG ‘बैंक-लिंकेज’ कार्यक्रम राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) का प्रमुख सूक्ष्म वित्त पोषण कार्यक्रम है, जो लैंगिक असमानता, गरीबी और कुपोषण के दुश्चक्र को तोड़ने के लिये सक्रिय रूप से समर्थन कर रहा है।
महिला स्वयं सहायता समूहों की भूमिका
हालाँकि, महिला SHGs के सामने उच्च ब्याज़ दर, संपार्श्विक की माँग, ऋणों का गैर-प्रभावी उपयोग जैसी समस्याएँ मौजूद हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिये क्रेडिट, बचत, प्रेषण, वित्तीय सलाह आदि उत्पादों की एक विस्तृत शृंखला प्रदान करनी चाहिये। सूक्ष्म वित्त मॉडल लैंगिक समानता में तभी सुधार करेगा जब SHGs को सरकार और उसके संस्थानों द्वारा समर्थन दिया जाता है तथा इसके सदस्यों को अपने परिवार के सदस्यों का समर्थन और सहयोग मिलता है।