पिछले कुछ वर्षों से विमानन क्षेत्र में निरंतर प्रगति देखी जा रही है, किंतु यह क्षेत्र अभी भी कई चुनौतियों से जूझ रहा है। टिप्पणी कीजिये। (150 शब्द)
10 Jun, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था
हल करने का दृष्टिकोण:
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वर्तमान समय में भारत में नागरिक उड्डयन उद्योग तीव्रता से बढ़ता हुआ क्षेत्र है। भारत विश्व में तीसरा सबसे बड़ा घरेलू उड्डयन बाज़ार बनकर उभरा है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में यात्री यातायात वर्ष 2001 में 14 मिलियन से बढ़कर 2017 में 140 मिलियन हो गया, जिसके वर्ष 2040 तक 1.1 बिलियन तक होने की संभावना है। भारतीय नागर विमानन उद्योग अपने विस्तार के अभूतपूर्व दौर से गुज़र रहा है, जहाँ एक तरफ तो इस क्षेत्र में वृद्धि हो रही है, वहीं दूसरी तरफ भारतीय एयरलाइंस विभिन्न संरचनात्मक रही है, जिसके कारण इसका संचालन सुचारु रखना मुश्किल हो रहा है।
भारत में विमानन क्षेत्र को प्रभावित करने वाली समस्याएँ
विमानन क्षेत्र एक पूंजी सघन क्षेत्र है, किंतु भारत में इस क्षेत्र में विदेशी निवेशकों के लिये मात्र 49% निवेश की अनुमति है, जो कि इस क्षेत्र के विकास को बाधित करती है।
वर्तमान समय में भारत वैश्विक स्तर पर लगभग सभी क्षेत्रों में तीव्रता से उभर रहा है। ऐसे में विमानन क्षेत्र की अनदेखी नहीं की जा सकती। यह क्षेत्र अर्थव्यवस्था में महत्त्वपूर्ण योगदान देने के साथ-साथ प्रमुख रोज़गार प्रदाता भी है। इसलिये इस क्षेत्र के सतत् विकास के लिये राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति, 2016 एक सराहनीय कदम है। इस क्षेत्र में अन्य संरचनात्मक सुधार भी किये जाने की आवश्यकता है, जो कि इस क्षेत्र की प्रगति सुनिश्चित करेंगे।