ईमानदारी से आप क्या समझते हैं? उचित उदाहरणों की सहायता से शासन में इसके महत्त्व को स्पष्ट कीजिये। (150 शब्द)
09 Jun, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न
हल करने का दृष्टिकोण:
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उत्तर: ईमानदारी से तात्पर्य उस नैतिक व्यवहार से है जो कि पूरी निष्पक्षता, जवाबदेही पारदर्शिता एवं सत्यनिष्ठा के साथ किसी व्यक्ति को अपने कर्तव्य के पालन हेतु प्रेरित करता है तथा सार्वजनिक मूल्यों को बनाए रखता है। लोक सेवा में ईमानदारी का अर्थ व्यापक है जिसमें न्यायनिष्ठा, सत्यनिष्ठा तथा स्पष्टवादिता जैसे सद्गुणों को शामिल किया जाता है। यह लोक सेवकों को भ्रष्ट व स्वकेंद्रित होने से बचाता है तथा जनोन्मुखी शासन की अवधारणा का विकास करता है।
सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी का सिद्धांत सुशासन हेतु प्राथमिक शर्त है जो कि सतत् विकास लक्ष्यों का केंद्र- बिंदु है एवं शासन में भ्रष्ट आचरणों एवं कदाचारों का निषेध करता है। शासन को प्रभावी एवं कुशल बनाने तथा सामाजिक-आर्थिक विकास करने के लिये लोक सेवाओं में ईमानदारी अत्यावश्यक है। संयुक्त राष्ट्र के कन्वेंशन अगेंस्ट करप्शन ने भी सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया है।
शासन में ईमानदारी के महत्त्व को निम्नलिखित रूप में देखा जा सकता है-
उपर्युक्त लाभों के बावजूद शासन में ईमानदारी लाने के मार्ग में कई चुनौतियाँ विद्यमान हैं जिन्हें निम्नलिखित रूप में देखा जा सकता है-
इस प्रकार देखा जाए तो शासन में ईमानदारी लाने के मार्ग में कई चुनौतियाँ विद्यमान हैं किंतु शासन में नैतिक मूल्यों, जैसे- जवाबदेहिता, वस्तुनिष्ठता, सत्यनिष्ठा, न्यायनिष्ठता आदि का समावेशन कर इन चुनौतियों को कम किया जा सकता है तथा सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।