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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    किन परिस्थितियों ने अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम को जन्म दिया? व्याख्या दीजिये। (250 शब्द)

    30 May, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के महत्त्व की संक्षिप्त चर्चा कीजिये।
    • अमेरिकी क्रांति के प्रेरक के रूप में सप्तवर्षीय युद्ध, ग्रेनविले उपाय, बोस्टन टी पार्टी आदि जैसी विभिन्न घटनाओं की चर्चा कीजिये।

    अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता के साथ समाप्त हुआ और विश्व में एक लिखित संविधान के साथ पहली लोकतांत्रिक सरकार की नींव रखी। इसने संयुक्त राज्य अमेरिका में नई राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक संरचना का सृजन किया।

    यह न केवल इंग्लैंड के औपनिवेशिक वर्चस्व के विरुद्ध युद्ध था, बल्कि इसके साथ-साथ यह अभिजात वर्ग और प्रतिक्रियावादी तत्वों के विरुद्ध भी लड़ा गया।

    अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के लिये उत्तरदायी परिस्थितियाँ:

    • सप्तवर्षीय युद्ध: वर्ष 1763 में सप्तवर्षीय युद्ध का अंत तथा फ्राँस से इंग्लैंड को कनाडा का स्थानांतरण अमेरिकियों के दिमाग से फ्राँसीसी हमले का डर दूर हो गया। वे अब पूरी तरह से ब्रिटिश प्रतिकूलताओं का मुकाबला करने पर ध्यान केंद्रित कर सकते थे।
    • ग्रेनविले उपाय: ब्रिटिश प्रधानमंत्री ग्रेनविले ने अधिनियमों की एक शृंखला पारित की जिससे अमेरिकी उपनिवेशों के हित प्रभावित हुए, जैसे- 1764 का चीनी अधिनियम, 1765 का स्टांप अधिनियम, द क्वार्टरिंग एक्ट आदि। इन उपायों का उपनिवेशवादियों ने कड़ा विरोध किया। उन्होंने नारा दिया ‘नो टैक्सेशन विदाउट रिप्रजेंटेशन’ (प्रतिनिधित्व के बिना कोई कर नहीं), इस प्रकार उन्होंने ब्रिटिश संसद में अमेरिकी प्रतिनिधित्व पर जोर दिया।
    • टाउनशेंड अधिनियम: वर्ष 1767 में ब्रिटिश मंत्री टाउनशेंड ने काँच, कागज, चाय, पेंट आदि पर नए कर आरोपित किया। अमेरिकियों ने इन उपायों का विरोध किया और ब्रिटिश वस्तुओं का बहिष्कार किया। इस विरोध के फलस्वरूप ब्रिटिश सैनिकों द्वारा पाँच अमेरिकियों की हत्या कर दी गई, जिसे बोस्टन नरसंहार के रूप में जाना जाता है।
    • बोस्टन टी पार्टी: वर्ष 1773 में एक नया चाय अधिनियम को चाय के आयात पर कर आरोपित करने हेतु पारित किया गया था जिसका अमेरिकियों द्वारा विरोध किया गया। आदिवासियों के रूप में कपड़े पहने अमेरिकियों का एक समूह जहाजों पर चढ़ गया तथा बोस्टन बंदरगाह पर समुद्र में चाय के गठ्ठों को फेंक दिया। इसे बोस्टन टी पार्टी के रूप में जाना जाता था।
    • फिलाडेल्फिया कॉन्ग्रेस: वर्ष 1774 और 1775 में अमेरिकी उपनिवेशों के प्रतिनिधियों ने फिलाडेल्फिया में दो बार मुलाकात की। उन्होंने ब्रिटिश राज से उद्योगों एवं व्यापार पर प्रतिबंध हटाने तथा उनकी सहमति के बिना कोई भी कर लागू न करने की अपील की जिसे ब्रिटिश राज ने अस्वीकार कर दिया। अंतिम प्रयास के रूप में ब्रिटिश सम्राट जॉर्ज-III को ओलिव ब्राँच याचिका भेजी गई, जिसने इसे भी अस्वीकार कर दिया। इस प्रकार अमेरिकी उपनिवेशों ने अंग्रेज़ों के विरुद्ध अपनी लड़ाई में एकजुट होने का निर्णय लिया।
    • स्वतंत्रता की घोषणा: ‘कॉमन सेंस’ नाम के एक पैम्फलेट को उन उपनिवेशों में प्रसारित किया जाने लगा, जो वंशानुगत राजशाही के विचार पर हमला करती हैं और लोकतांत्रिक सरकार की वकालत करती हैं। इस पैम्फलेट ने अमेरिकियों के बीच युद्ध की भावना में वृद्धि किया। अंतत: 4 जुलाई, 1776 को अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा महाद्वीपीय कॉन्ग्रेस द्वारा अपनाई गई। इस घोषणा पत्र में मानवीय स्वतंत्रता के आदर्शों को शामिल किया गया तथा व्यक्तियों के अपरिहार्य अधिकारों ‘जीवन, स्वतंत्रता और सुख की तलाश’ पर जोर दिया गया।

    वर्ष 1775 में शुरू हुआ युद्ध अंतत: वर्ष 1781 में समाप्त हो गया, जहाँ जनरल कार्नवालिस के नेतृत्व में ब्रिटिश सैनिकों ने यॉर्क टाउन में कमांडर इन चीफ को आत्मसमर्पण कर दिया था। वर्ष 1783 में पेरिस की संधि द्वारा अंतत: यह युद्ध समाप्त हो गया।

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