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प्रश्न :
एक महानगर में प्रदूषण लोगों के स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। नगर के चारों ओर अवस्थित गाँवों के कृषकों द्वारा धान की फसल कटाई के पश्चात् उसके अपशिष्टों को जलाना, इस पर्यावरणीय आपदा का एक महत्त्वपूर्ण कारण है। सरकार द्वारा इस पर लगाए गए प्रतिबंधों एवं पराली निपटान हेतु आवश्यक मशीनों पर सब्सिडी देने की शुरुआत करने के बावजूद फसल अपशिष्टों का दहन बिना किसी रोक-टोक के जारी है। मशीनों के प्रति किसानों की उदासीनता का प्रमुख कारण उनकी यह धारणा है कि इन हैप्पी सीडर जैसी मशीनों के प्रयोग से फसल उत्पादन में निरंतर गिरावट आती है। हाल ही में राज्य उच्च न्यायालय द्वारा राज्य की राजधानी के आसपास के ज़िलों में प्रतिबंध आदेशों के कड़े क्रियान्वयन के लिये कहा गया है। आप इन ज़िलों में से एक ज़िले के ज़िलाधिकारी हैं और इस प्रदूषणकारी गतिविधि को समाप्त करने हेतु प्रतिबद्ध हैं। हालाँकि इस मुद्दे का राजनीतिकरण हो जाने की वजह से आपके द्वारा किये गए प्रयास को ज़मीनी स्तर पर वांछित सफलता नहीं मिल पा रही है। अब आप पर स्थानीय नेताओं द्वारा दवाब बनाया जा रहा है कि आप इस सीजन में प्रतिबंध आदेशों की अनदेखी कर उच्च न्यायालय को भ्रामक आँकड़े प्रस्तुत करें अन्यथा वे चुनाव में समर्थन खो देंगे।
यद्यपि आप पराली जलाए जाने के खिलाफ हैं लेकिन वास्तव में आप कृषकों की मनोदशा के प्रति भी सहानुभूति रखते हैं। इस ज़िले में हिंसक कृषक आंदोलनों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भी रही है। आप इस घटना से परिचित हैं और इस राजनीतिक रूप से सक्रिय माहौल में हिंसा या आंदोलन की किसी भी अप्रिय घटना से बचना चाहते हैं।
(a) इस केस स्टडी में निहित विभिन्न मुद्दों की पहचान कीजिये।
19 May, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
(b) संबंधित क्षेत्र के ज़िलाधिकारी के रूप में, इस मुद्दे को सुलझाने हेतु आप किस प्रकार की कार्रवाई करेंगे? (250 शब्द)उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- केस के संबंध में विवरण प्रदान कीजिये।
- शामिल हितधारकों को चिह्नित कीजिये।
- केस में शामिल मुद्दों को गिनाइये।
- एक ज़िम्मेदार अधिकारी के रूप में संबंधित कार्रवाई सुझाइये।
उपर्युक्त केस स्टडी प्रदूषण के विशेष पर्यावरणीय मुद्दे के विषय में है, जिसमें कई हितधारक एवं संबंधित मुद्दे शामिल हैं। संबंधित क्षेत्र के ज़िला मजिस्ट्रेट के रूप में मेरी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी यह है कि फसल अपशिष्ट जलाने से संबंधित सरकार के निर्देशों को अमल में लाया जाए ताकि इसके कारण बढ़ते प्रदूषण से तत्काल राहत सुनिश्चित की जाए।
शामिल हितधारक समूह:
जनता- जो प्रदूषण से पीड़ित है।
किसान- जो फसल अपशिष्ट जला रहे हैं किंतु फसल अपशिष्ट जलाने के मामले में उन्हें वैकल्पिक विकल्प उपलब्ध नहीं होने के कारण पीड़ित भी हैं।
उच्च न्यायालय - जिसने अधिकारों के संरक्षक के रूप में फसल अपशिष्ट के जलाने पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिये हैं।
सरकार - जो जनता तथा किसान दोनों को सीधे उपचारात्मक उपाय प्रदान करने में शामिल है।
स्थानीय नेता- जो अपने व्यक्तिगत लाभ के लिये मुद्दे का राजनीतीकरण कर रहे हैं।
ज़िला मजिस्ट्रेट- जो सरकार द्वारा दिये गए आदेशों को पूरा करने हेतु उत्तरदायी हैं।
(a) केस स्टडी में शामिल मुद्दे:
- फसल अपशिष्ट जलाने से शहर में बढ़ते प्रदूषण की जाँच।
- सरकार के फसल अपशिष्ट जलाने के संबंध में लगाए गए प्रतिबंध के आदेश का त्रुटिपूर्ण कार्यान्वयन।
- एक सार्वजनिक अधिकारी को सार्वजनिक आदेशों को सही तरीके से पूरा करने में आनेवाली बाधा।
- किसानों की शिकायतों का निवारण करना।
- किसानों को उपलब्ध विकल्प तथा फसल अपशिष्ट जलाने के परिणामों से अवगत कराना।
- सार्वजनिक कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखना।
(b) संबंधित क्षेत्र के ज़िलाधिकारी के रूप में मैं इस मुद्दे को हल करने के लिये अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक उपायों के रूप में कार्रवाई के निम्नलिखित तरीकों को अपनाऊँगी-
1. अल्पकालिक उपाय:
- मेरा तत्कालिक कदम एक टास्क फोर्स का गठन करना होगा, जो ज़िले में फसल अपशिष्ट जलाने की जाँच करेगी तथा सरकारी आदेश का उल्लंघन करने वाले को कानूनी रूप से दंडित किया जाएगा।
- एक दस्तावेज़ तैयार करके राज्य में पर्यावरण मंत्रालय से संबंधित सचिव के समक्ष फसल अपशिष्ट जलाने से उत्पन्न खतरनाक स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित करना।
- क्षेत्र के स्थानीय राजनीतिक नेताओं को एक निर्देश जारी करना जो उन्हें उच्च न्यायालय की सलाह से अवगत कराएगा।
- कृषक समुदाय को आमंत्रित कर ग्राम पंचायतों के माध्यम से उन्हें सरकार के सब्सिडी कार्यक्रमों के विषय में अवगत करना। साथ ही उन्हें फसल अपशिष्ट जलाने से उत्पन्न दुष्प्रभावों के बारे में भी बताया जाएगा।
- चूँकि संबंधित क्षेत्र में कृषक आंदोलनों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि हिंसक रही है, अत: किसी भी संभावित दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को स्टैंडबाय हेतु बुलाना।
2. दीर्घकालिक उपाय:
- दीर्घावधिक उपाय हेतु मैं फसल अपशिष्ट को आय में परिवर्तित करने वाले उपायों को अपनाऊँगी।
- फसल अपशिष्ट का उपयोग पशु चारे के रूप में करने के लिये किसानों को जागरूक करूँगी। जो किसानों को फसल अपशिष्ट नहीं जलाने के लिये एक आर्थिक प्रोत्साहन देगा।
- मैं राइस बायोपार्क को स्थापित करने का प्रयास करूँगी, चूँकि राइस बायोपार्क फसल अपशिष्टों का उपयोग कर कागज़, कार्डबोर्ड तथा पशु आहार आदि का निर्माण किया जा सकता है। अत: किसान फसल अपशिष्टों को आय एवं रोज़गार में बदल सकेंगे।
- किसानों को फसल अपशिष्ट प्रबंधन मशीनों का उपयोग करने के लिये प्रोत्साहित करूँगी।
- फसल अपशिष्ट को नियंत्रित करने के अलावा मैं सड़क व मिट्टी की धूल, निर्माण तथा विध्वंसक गतिविधियों, बायोमास जलाना, वाहनों से होने वाला उत्सर्जन, औद्योगिक गतिविधियाँ जैसे प्रमुख प्रदूषण स्रोतों को भी कम एवं नियंत्रित करने का प्रयास करूँगी।
- टेलीविज़न, मीडिया, विडियों रिकॉर्डिंग, रेडियो तथा ग्राम पंचायतों के माध्यम से निर्देश प्रसारित करवाऊँगी। ताकि प्रत्येक किसान तक संदेश पहुँच सके।
- कुल मिलाकर, एक ज़िलाधिकारी के रूप में मेरा यह कर्तव्य एवं जिम्मेदारी है कि मैं इस मुद्दे को संवेदनशीलता और करुणा के साथ उठाऊँ क्योंकि इसमें न केवल पर्यावरण संबंधी चिंताएँ निहित हैं वरन् किसानों से संबंधित मुद्दे भी शामिल हैं।
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