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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    प्र. नृजातीयता से आपका क्या तात्पर्य है और यह नस्ल से किस प्रकार भिन्न है? नृजातीयता की विशेषताओं पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)

    11 Apr, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भारतीय समाज

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • नृजातीयता की एक संक्षिप्त परिभाषा दीजिये।
    • नस्ल और नृजातीयता के बीच विभेदन कीजिये।
    • नृजातीयता की विशेषताओं को गिनाइये।

    नृजातीयता पद मूल शब्द ‘जातीय’ से आया है जिसका शिथिल रूप से अर्थ नस्ल है। यह सहभोजी संस्कृति पर आधारित है। एक ही जातीय समूह से संबंधित लोग शरीर विज्ञान या संस्कृति या दोनों से संबंधित समानताओं के कारण अपने सामान्य वंश का आचरण करते हैं।

    उन्हें हमेशा एक ही धर्म या राष्ट्रीयता की आवश्यकता नहीं होती है। नृजातीयता साझा अनुभवों, जैसे- भाषा, धार्मिक आस्था, विरासत आदि से संयुक्त समूहों या अतिसंबंध लोगों की आत्म-चेतना का प्रतीक है।

    नृजातीयता जातीय शब्द से संबंधित है, जो हालाँकि नस्ल से भिन्न है। नस्ल और नृजातीयता की पारंपरिक परिभाषा क्रमश: जैविक और समाजशास्त्रीय कारकों से संबंधित है।

    नस्ल और नृजातीयता के मध्य विभेदन:

    • नस्ल एक व्यक्ति की शारीरिक विशेषताओं को संदर्भित करता है, जैसे- हड्डी संरचना, त्वचा, बाल, आँखों का रंग आदि।
    • नृजातीयता , हालाँकि, सांस्कृतिक कारकों को संदर्भित करता है; जिसमें राष्ट्रीयता, क्षेत्रीय संस्कृति, वंश और भाषा आदि शामिल हैं,
    • जहाँ नस्ल सामान्यत: एक समूह की विशेषताओं को दर्शाती है, वहीं नृजातीयता एक ऐसे समूह की रचनात्मक प्रतिक्रिया को चिह्नित करती है जो स्वयं को समाज में हाशिए पर मानते हैं।

    नृजातीयता की निम्नलिखित कुछ विशेषताएँ हैं:

    • यह जाति, भाषा, धर्म, क्षेत्र इत्यादि के लिये विशिष्ट पहचान से संबंधित है।
    • यह सामाजिक रूप से संगठित है और क्षेत्रीय रूप से सीमित है तथा इसमें संख्यात्मक रूप से पर्याप्त जनसंख्या शामिल है। यह विशिष्टताओं को दर्शाने वाले प्रतीकों का एक पूल है।
    • यह एक संदर्भ समूह है, जिसके सापेक्ष में पदच्युत (वास्तविक या काल्पनिक) की भावना एकत्र होती है।
    • विकासात्मक प्रक्रिया से बाहर रहने या यहाँ तक कि असमान विकास का शिकार होने के कारण, नृजातीयता जातीय आंदोलनों का कारण बनती है।
    • यह भारतीय राजनीति में न केवल जनसाधारण असंतोष के कारण जनित होता है, बल्कि यह निहित राजनीतिक हित का निर्माण भी है।

    जातीय समूह जो अपनी स्थिति में परिवर्तन के लिये, उनकी आर्थिक भलाई आदि में, रुचि समूह राजनीति के रूप में राजनीतिक क्षेत्र में मांग करने के लिये सामान्य रूप से नृजातीयता का उपयोग करते हैं।

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