एस-400 वायु रक्षा प्रणाली, दुनिया में वर्तमान में उपलब्ध किसी भी अन्य प्रणाली से तकनीकी रूप से कैसे बेहतर है? (150 शब्द)
06 Apr, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 3 आंतरिक सुरक्षाS- 400 रूस द्वारा डिज़ाइन की गई सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली ( SAM ) है। यह मिसाइल प्रणाली रूस में वर्ष 2007 से सेवा में है और विश्व की सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों में से एक मानी जाती है। यह दुनिया में सबसे खतरनाक परिचालन हेतु तैनात 'मॉडर्न लॉन्ग - रेंज सफेस - टू - एयर मिसाइल' (MLR SAM) है, जिसे अमेरिका द्वारा विकसित 'टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस' (THAAD) सिस्टम और इजराइल द्वारा विकसित आयरन डोम से और काफी आगे माना जाता है।
रूस की अल्माज़ केंद्रीय डिजाइन ब्यूरो द्वारा 1990 के दशक में विकसित यह वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली लगभग 400 किमी. के क्षेत्र में शत्रु के विमान, मिसाइल और यहाँ तक कि ड्रोन को नष्ट करने में सक्षम है। यह S- 400 मिसाइल प्रणाली S- 300 का उन्नत संस्करण है। अतः यह 400 किमी. की रेंज में आने वाली मिसाइलों एवं पाँचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को नष्ट करने में सक्षम है। इसमें अमेरिका के सबसे उन्नत फाइटर जेट F-35 को भी गिराने की क्षमता है। अन्य प्रणालियों की तुलना में इस प्रणाली से एक साथ तीन मिसाइल दागी जा सकती हैं और इसके प्रत्येक चरण में 72 मिसाइलें शामिल हैं, जो 36 लक्ष्यों पर सटीकता से मार करने में सक्षम है। इस रक्षा प्रणाली द्वारा विमानों सहित क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों तथा ज़मीनी लक्ष्यों को भी निशाना बनाया जा सकता है।
भारत द्वारा S - 400 के माध्यम से अपने हवाई क्षेत्र में उड़ रहे पाकिस्तानी विमानों को ट्रैक किया जा सकेगा एवं युद्ध की स्थिति में इसे केवल 5 मिनट में सक्रिय किया जा सकता है। इसे भारतीय वायुसेना द्वारा संचालित किया जाएगा तथा इससे भारत के हवाई क्षेत्र में सुरक्षा को सुदृढ़ किया जा सकेगा।
अतः भारत के लिये F - 35 जैसे उन्नत कोटि के लड़ाकू विमानों का मुकाबला करने सहित दो मोचों (चीन और पाकिस्तान के संदर्भ में) पर युद्ध की चुनौतियों से निपटने हेतु इस प्रणाली को प्राप्त करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। लंबी दूरी की रक्षा मिसाइल प्रणाली S - 400 की खरीद को लेकर भारत और रूस के बीच हुआ यह समझौता सामरिक दृष्टि से बेहद महत्त्वपूर्ण है।