अभिवृत्ति एक महत्त्वपूर्ण घटक है जो मनुष्य के विकास में इनपुट(निवेश) के रूप में काम करती] है। ऐसी उपयुक्त अभिवृत्ति का विकास कैसे करें, जो एक लोक सेवक के लिये आवश्यक है? (150 शब्द)
31 Mar, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नअभिवृत्ति किसी वस्तु, व्यक्ति या घटना के प्रति सकारात्मक, नकारात्मक अथवा उदासीन प्रतिक्रिया या मनोवृत्ति को कहते हैं। इसका संबंध व्यक्ति के चरित्र या गुणों से भी होता है। यह एक मनोवैज्ञानिक व्यवहार भी है। यह स्थायी नहीं होती। इसमें विचारों में बदलाव के साथ- साथ परिवर्तन होते रहते हैं।
किसी व्यक्ति की सफलता में 99 % योगदान अभिवृत्ति का होता है। यही कारण है कि आजकल व्यावसायिक संगठनों की सफलता के लिये सकारात्मक अभिवृत्ति को एक अनिवार्य शर्त माना जाने लगा है। यदि व्यक्ति की अभिवृत्ति सकारात्मक नहीं है तो उसके पास पर्याप्त कौशल होते हुए वह अपने पेशे या व्यवसाय में सफल नहीं हो सकता है। उदाहरण के लिये, किसी अभ्यर्थी में लोक सेवक बनने की सभी योग्यताएँ होते हुए भी यदि लोक सेवा के प्रति उसकी अभिवृत्ति सकारात्मक नहीं है, तो वह एक सफल लोक सेवक बनने से रह जाएगा। इसके विपरीत ऐसे भी कई उदाहरण हैं, जब विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के पश्चात् अनेक लोग लोक सेवा में चयनित होकर सफलता के झंडे गाड़ देते हैं।
लोक सेवक के लिये आवश्यक अभिवृत्ति का विकास