किसी भाषा को शास्त्रीय भाषा के रूप में चिह्नित करने वाले मापदंडों की चर्चा कीजिये। इस वर्ग में शामिल भाषाओं का उल्लेख करते हुए इसके लाभ बताइये।
29 Mar, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 1 संस्कृति
उत्तर की रूपरेखा:
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भारत सांस्कृतिक रूप से काफी धनी देश है। भारत की भाषायी विविधता इस सांस्कृतिक विरासत को और भी प्रचुरता प्रदान करती है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में 780 भाषाएँ बोली जाती हैं। व्यापकता, पुरातनता तथा साहित्यिक प्रचुरता के आधार पर कुछ भाषाओं को शास्त्रीय भाषा के रूप में चिह्नित किया गया है।
साहित्य अकादमी ने किसी भाषा को शास्त्रीय भाषा घोषित करने हेतु निम्नांकित चार मापदंडों का निर्धारण किया हैः
अब तक कुल छः भारतीय भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है, ये हैं:
1. तमिल 2. संस्कृत 3. तेलुगू
4. कन्नड़ 5. मलयालम 6. उडि़या
शास्त्रीय भाषाओं को निम्न लाभ उपलब्ध हैं:
यद्यपि शास्त्रीय भाषा की मान्यता प्रदान करने के कुछ मामलों, यथा- मलयालम भाषा के संबंध में कुछ विवाद भी प्रकट हुए, फिर भी यह भाषाओं एवं उनके साहित्यों के संरक्षण और उनकी वैश्विक पहुँच बनाने में काफी सहायक है।