पूंजीगत बजट और राजस्व बजट के बीच अंतर बताइये। इन दोनों बजटों के घटकों की व्याख्या कीजिये। (150 शब्द)
16 Mar, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था
हल करने का दृष्टिकोण
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पूंजी बजट में पूंजी प्राप्तियाँ (जैसे- उधार, विनिवेश) और लंबी अवधि के पूंजीगत व्यय (जैसे- संपत्ति, निवेश का सृजन) शामिल होते हैं। पूंजी प्राप्तियाँ सरकार की वे प्राप्तियाँ होती हैं, जो या तो देनदारियों (Liabilities) का सृजन करती हैं या वित्तीय परिसंपत्तियों को कम करती हैं ; जैसे- बाज़ार उधार, ऋण की वसूली आदि। वहीं पूंजीगत व्यय सरकार का वह व्यय होता है जो या तो संपत्ति का निर्माण करता है या देयता को कम करता है।
राजस्व बजट में राजस्व प्राप्तियाँ और इस प्राप्ति से किये जाने वाले व्यय शामिल होते हैं राजस्व प्राप्तियों में कर राजस्व (जैसे- आयकर, उत्पाद शुल्क आदि) और गैर- कर राजस्व (जैसे ब्याज रसीदें, लाभ आदि) दोनों शामिल होते हैं।
यदि राजस्व बजट आधिक्य की स्थिति में है, तो यह वृद्धिशील अर्थव्यवस्था का संकेत होता है, वहीं यदि अर्थव्यवस्था में पूंजी बजट में आधिक्य की स्थिति है, तो यह उस अर्थव्यवस्था के पिछड़ने को दर्शाता है। राजस्व बजट के अंतर्गत देश के दिन- प्रतिदिन के खर्चों तथा लोक कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान दिया जाता है तथा पूंजी बजट में देश की आधारभूत संरचनाओं पर निवेश करके दीर्घकालिक विकास पर ध्यान दिया जाता है।