1. मानवीय नियमों का साहसपूर्वक सामना किया जा सकता है किंतु प्राकृतिक नियमों का नहीं।2. आवश्यकता लोभ की जननी है तथा लोभ का आधिक्य नस्लें बर्बाद करता है।
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।