'फ्राँस और संयुक्त राज्य अमेरिका को आधुनिक लोकतंत्र का जन्म स्थान माना जाता है।' फ्राँसीसी और अमेरिकी क्रांति के आलोक में इस कथन की चर्चा कीजिये।
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण
- फ्राँसीसी और अमेरिकी क्रांतियों के बारे में संक्षेप में लिखते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिये।
- चर्चा कीजिये कि किस प्रकार इन दोनों क्रांतियों ने दुनिया में लोकतांत्रिक आदर्शों का मार्ग प्रशस्त किया।
- उपयुक्त निष्कर्ष लिखिये।
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परिचय
अमेरिकी क्रांति और फ्राँसीसी क्रांति को विश्व इतिहास में एक प्रमुख युग माना जाता है। इसने शासन की पुरानी रूढि़वादी व्यवस्था को नष्ट कर दिया और शासन करने वाले राष्ट्रों के लिये आधुनिक आदर्श स्थापित किये।
प्रारूप
आधुनिक दुनिया में अमेरिकी क्रांति का योगदान
- स्वतंत्रता और लोकतंत्र के सिद्धांत: अमेरिकी स्वतंत्रता के माध्यम से यह घोषित हुआ कि "सभी मानव समान हैं"। इसने दुनिया के लोगों को स्वतंत्रता और स्वतंत्रता की मांग करने हेतु एक प्रोत्साहन प्रदान किया।
- संविधानवाद: इस क्रांति ने दुनिया में पहले लिखित संविधान का नेतृत्व किया जिसने कई राष्ट्रों के लिये प्रेरणा के रूप में कार्य किया, साथ ही कई देशों ने अमेरिकी संविधान के तत्त्वों को अपनाया।
- अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम ने सरकार की एक नई प्रणाली, संघवाद को जन्म दिया। समय के साथ सरकार के संघीय स्वरूप को लोकप्रियता मिली। इसने जटिल राजनीति वाले विविध देशों में सत्ता के बँटवारे के लिये एक ऐसा अनुकूल ढाँचा प्रदान किया, जिसकी आवश्यकता थी।
- मानवाधिकारों का प्रचार: अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम ने मानवाधिकारों पर ज़ोर दिया। थॉमस जेफरसन के "अधिकारों की घोषणा" ने लोगों को उनके अधिकारों के बारे में जागृत किया।
आधुनिक दुनिया में फ्राँसीसी क्रांति का योगदान
- समाज का लोकतंत्रीकरण: फ्राँसीसी क्रांति एक अखिल यूरोपीय क्रांति थी। इसने यूरोप में प्राचीन व्यवस्था की जड़ों को काट दिया और सदियों पुरानी सामंती व्यवस्था को समाप्त कर दिया। क्रांति से पहले समाज असमानता, भेदभाव, विशेषाधिकारों और रियायतों पर आधारित था। क्रांति ने इस असमानता की जड़ों पर प्रहार किया। इसने एक नए सामाजिक संगठन की शुरुआत की।
- आधुनिकता के आदर्श: स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदर्श ने यूरोप में राजनीतिक जागृति को बढ़ाया।
- धर्मनिरपेक्षता: क्रांति ने चर्च की संप्रभुता, निरंकुशता और भ्रष्टाचार को समाप्त कर दिया। इस क्रांति के पश्चात् बुद्धि और तर्क का महत्त्व और अधिक प्रमुख हो गया।
- लोगों ने न केवल राजनीतिक स्वतंत्रता बल्कि संपत्ति के अधिकार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की भी मांग की। उन्होंने मतदान के अधिकार की भी मांग की। महिलाओं ने पुरुषों के समान अधिकारों का दावा किया।
- क्रांति ने राष्ट्रवाद की भावना को जगाया। इसने इटली और जर्मनी के एकीकरण का मार्ग प्रशस्त किया। इसने लोकतंत्र की अवधारणा को भी लोकप्रिय बनाया।
- उपनिवेशवादी लोगों ने एक संप्रभु राष्ट्र-राज्य बनाने के लिये अपने आंदोलनों में बंधन से मुक्ति के विचार को फिर से लागू किया।
- टीपू सुल्तान और राममोहन राय दो ऐसे उदाहरण हैं जिन्होंने क्रांतिकारी फ्राँस के विचारों का समर्थन किया।
निष्कर्ष
फ्राँसीसी और अमेरिकी क्रांति ने न केवल एक नए उभरते समतावादी समाज एवं अपने-अपने देशों में राजनीति के एक नए तरीके की नींव रखी, बल्कि उन्होंने अन्य राष्ट्रों के लोगों के दार्शनिक आधार और आकांक्षा के रूप में भी काम किया। इन क्रांतियों ने एक सभ्य दुनिया के मूल सिद्धांतों पर प्रकाश डाला जिसने वर्तमान समय की वैश्विक आकांक्षाओं को आकार देना अभी भी जारी रखा है।