इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    भूकंपीय तरंगें क्या हैं? विभिन्न प्रकार की भूकंपीय तरंगों का विस्तृत विवरण दीजिये।

    15 Jun, 2021 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोल

    उत्तर :

    दृष्टिकोण

    • भूकंपीय तरंगों की उत्पत्ति और उनके प्रकारों का परिचय देकर उत्तर की शुरुआत कीजिये।
    • विभिन्न प्रकार की भूकंपीय तरंगों और उनकी विशेषताओं पर चर्चा कीजिये।
    • उपयुक्त निष्कर्ष लिखिये।

    परिचय

    भूकंप के दौरान भूकंपीय तरंगें उत्पन्न होती हैं जो केंद्र से सभी दिशाओं में बाहर की ओर प्रसारित होती हैं। भूकंपीय तरंगें तीन प्रकार की होती हैं (i) P तरंगें या प्राथमिक तरंगें, (ii) S तरंगें या द्वितीयक तरंगें और (iii) L तरंगें या सतही तरंगें।

    भूकंपीय तरंगों के प्रकार और उनकी विशेषताएँ

    • P तरंगें या प्राथमिक तरंगें:
      • ये संपीडन तरंगें हैं जो चट्टान के कणों के अनुदैर्ध्य दिशा में कंपन करने के कारण बनती हैं।
      • P तरंगों की गति सबसे तेज होती है इसलिये वे पहले भूकंपीय स्टेशन पर पहुँचती हैं।
      • इनका वेग S तरंगों के वेग से 1.7 गुना होता है।
      • वे ठोस के साथ-साथ द्रव माध्यम से भी गुजर सकती हैं।
    • S तरंगें या द्वितीयक तरंगें:
      • ये अपरूपण तरंगें हैं जो प्रकृति में अनुप्रस्थ होती हैं।
      • ये केवल ठोस पदार्थों से ही गुजर सकती हैं।
    • L तरंगें या सतही तरंगें:
      • जब P और S तरंगें पृथ्वी की सतह पर पहुँचती हैं तो वे L तरंगों में परिवर्तित हो जाती हैं।
      • L तरंगें सतह के समानांतर चलती हैं और भूकंप का कारण बनती हैं।
      • यह अनुप्रस्थ प्रकृति की होती हैं और उनका वेग P और S तरंगों से बहुत कम होता है।

    निष्कर्ष

    L तरंगें भूकंप उत्पन्न करने के लिये उत्तरदायी होती हैं जबकि P और S तरंगों का मुख्य महत्त्व पृथ्वी के आंतरिक भाग के अध्ययन में होता है। P और S तरंगें पृथ्वी के आंतरिक भाग से होकर गुजरती हैं और विभिन्न माध्यमों की एक परत में प्रवेश करते ही परावर्तित और अपवर्तित हो जाती हैं।

    To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.

    Print
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2