रणनीतिक और आर्थिक विकास के लिये भारत को क्वांटम कंप्यूटिंग के दोहन की आवश्यकता है। विवेचना कीजिये।
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- क्वांटम कंप्यूटिंग की संक्षिप्त व्याख्या करते हुए उत्तर शुरू करें।
- भारत के संदर्भ में क्वांटम कंप्यूटिंग के अनुप्रयोगों पर चर्चा करें।
- संक्षिप्त में निष्कर्ष दें।
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क्वांटम कंप्यूटर, पारंपरिक कंप्यूटरों (जो ‘बिट्स’ या 1 और 0 में जानकारी प्रोसेस करते हैं) के विपरीत, क्यूबिट्स (या क्वांटम बिट्स) में गणना करते हैं। वे क्वांटम यांत्रिकी के गुणों का उपयोग करते हैं, जो यह निर्धारित करता है कि परमाण्विक स्तर पर पदार्थ का व्यवहार कैसा है।
क्वांटम कंप्यूटर सूचनाओं की प्रोसेसिंग इस प्रकार करते हैं कि 1 और 0 इनके निष्कर्ष के रूप में एक साथ प्राप्त हो सकते हैं। इस तरह की स्थिति को क्वांटम सुपरपोज़िशन कहा जाता है। इसके कारण क्वांटम टेक्नोलॉजी में गणना क्षमताएँ केवल अत्यधिक तीव्र गति से होती हैं बल्कि इसके रणनीतिक और आर्थिक लाभ भी हैं।
क्वांटम कंप्यूटिंग के अनुप्रयोग
- सुरक्षित संचार: चीन ने हाल ही में स्थलीय स्टेशनों और उपग्रहों के बीच सुरक्षित क्वांटम संचार लिंक का प्रदर्शन किया।
- यह क्षेत्र उपग्रहों, सैन्य एवं साइबर सुरक्षा के लिये महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह अपने उपयोगकर्त्ताओं के लिये अकल्पनीय रूप से तेज़ कंप्यूटिंग और सुरक्षित उपग्रह संचार प्रदान करता है।
- आपदा प्रबंधन: क्वांटम कंप्यूटिंग की सहायता से सुनामी, सूखा, भूकंप और बाढ़ आदि का सटीक पूर्वानुमान व्यक्त किया जा सकता है।
- जलवायु परिवर्तन से संबंधित आँकड़ों को क्वांटम प्रौद्योगिकी के माध्यम से बेहतर तरीके से संग्रहीत एवं सुव्यवस्थित किया जा सकता है।
- वैज्ञानिक अनुसंधान: यह गुरुत्वाकर्षण, ब्लैकहोल आदि से संबंधित भौतिकी के कुछ मूलभूत प्रश्नों को समझने करने में मदद कर सकता है।
- इसी तरह क्वांटम कंप्यूटिंग जीनोम इंडिया परियोजना में भी सहायता कर सकती है।
- यह प्रौद्योगिकी कृषि, खाद्य प्रौद्योगिकी शृंखलाओं और कृषि योग्य भूमि के दुरुपयोग को रोकने में भी सहायक होगी।
- फार्मास्यूटिकल: क्वांटम कंप्यूटिंग वर्तमान में वैज्ञानिकों द्वारा नए अणुओं की खोज और संबंधित प्रक्रियाओं की 10 वर्षीय तय समय-सीमा को कम करके केवल कुछ दिन कम कर सकता है।
- उदाहरण के लिये प्रोटीन के व्यवहार को ट्रैक करने, यहाँ तक कि क्वांटम कंप्यूटरों की मदद से नए प्रोटीनों की मॉडलिंग की प्रक्रिया को आसान और तेज़ किया जा सकता है।
- प्रौद्योगिकी की मदद से कैंसर, अल्जाइमर और हृदय रोगों जैसी पुरानी बीमारियों से निपटने की संभावना बढ़ सकती है।
- औद्योगिक क्रांति 4.0 को बढ़ावा देना: क्वांटम कंप्यूटिंग औद्योगिक क्रांति 4.0 का अभिन्न अंग है।
- इसमें सफलता हासिल करने से औद्योगिक क्रांति के अन्य उद्देश्यों की पूर्ति में मदद मिलेगी। इन क्षेत्रों में इंटरनेट-ऑफ-थिंग्स, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी औद्योगिक क्रांति 4.0 में शामिल प्रौद्योगिकियाँ ज्ञान अर्थव्यवस्था (Knowledge Economy) की नींव रखने में मदद करेंगी।
निष्कर्ष
क्वांटम कंप्यूटिंग के संभावित अनुप्रयोग को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने क्वांटम प्रोद्योगिकी एवं अनुप्रयोग पर राष्ट्रीय मिशन शुरू किया है। इसके तहत अमेरिका और यूरोप द्वारा हाल ही में इस क्षेत्र में घोषित समान कार्यक्रमों में सरकार बड़े पैमाने पर निवेश करना चाहती है।