‘‘स्वेज नहर के राष्ट्रीयकरण ने मिस्र के आर्थिक एवं सामरिक विकास में अभूतपूर्व भूमिका अदा की थी।’’ टिप्पणी करें।
25 Jun, 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास
हल करने का दृष्टिकोण • भूमिका। • स्वेज नहर के राष्ट्रीयकरण से मिस्र के आर्थिक एवं सामरिक क्षेत्र में हुए परिवर्तनों की चर्चा । • निष्कर्ष । |
1951 के बाद कर्नल नासिर ने मिस्र के आर्थिक एवं सामारिक विकास के लिये विभिन्न प्रयास शुरू किये किंतु ये तभी सफल हो सकते थे, जब स्वेज नहर पर मित्र राष्ट्रों के अतिक्रमण को हटाया जाए क्योंकि मित्र राष्ट्रों की बढ़ती गतिविधियों के कारण मिस्र की संप्रभुता तथा अखंडता पर संकट उत्पन्न होने लगा। इन क्षेत्र में मित्र राष्ट्राें के अपने हित थे क्योंकि अब प्रत्यक्ष सम्राज्य के स्थान पर नव साम्राज्यवाद की संकल्पना का प्रसार हो रहा था।
मिस्र में मित्र राष्ट्रों के साथ-साथ रूस तथा अमेरिका के हित भी शामिल थे। अमेरिका का उद्देश्य जहाँ एशियाई क्षेत्र में संतुलन बनाना था वहीं रूस इस क्षेत्र में अपनी नैसिर्गिक उपस्थिति मानता था। यही कारण था कि दोनों देशों के लिये रणनीतिक रूप से यह क्षेत्र महत्वपूर्ण था।
इस संकट से उबरने के लिये स्वेज नहर का राष्ट्रीयकरण ही एकमात्र उपाय था क्याेंकि इस तरह का अतिक्रमण मिस्र की संप्रभुता पर भी प्रश्न खड़ा कर रहा था। स्वेज नहर के राष्ट्रीयकरण का ब्रिटेन, फ़्रांस, इजराइल आदि के द्वारा विरोध किया गया तथा उस क्षेत्र में सैन्य तैनाती शुरू कर दी।
वस्तुतः मिस्र को रूस का मौन समर्थन प्राप्त था। क्याेंकि मिस्र संयुक्त राष्ट्र का संस्थापक सदस्य था तथा रूस के द्वारा इसके मुद्दे को समर्थन दिया गया था, इसलिये संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन एवं फ़्रांस की कार्यवाही को अनुचित मानकर स्वेज नहर के राष्ट्रीयकरण के प्रति स्वीकृति प्रदान की।
इस राष्ट्रीयकरण से एशिया तथा यूरोप को जोड़ने वाले अति महत्त्वपूर्ण जलमार्ग पर मिस्र का अधिकार होने के साथ ही उसे अतिरिक्त वाणिज्यिक लाभ भी प्राप्त हुआ। मिस्र में यूरोपीय गतिविधियों का भी विस्तार हुआ किंतु इन्हें इस शर्त पर स्वीकारा गया कि इससे मिस्र का आर्थिक लाभ सुनिश्चित हो सके। यह मिस्र के सक्रिय योगदान का ही परिणाम था कि गुट-निरपेक्ष आंदोलन के विचार को वैश्विक स्तर पर स्थापित किया गया।