बिग डेटा से आप क्या समझते हैं, कृषि क्षेत्र में डेटा विश्लेषण की भूमिका तथा इससे होने वाले लाभों की चर्चा करें।
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
• भूमिका
• बिग डेटा की परिभाषा एवं इसका उपयोग
• कृषि क्षेत्र में डेटा विश्लेषण की भूमिका एवं इससे होने वाले लाभ
• निष्कर्ष
|
बिग डेटा छोटी-छोटी सूचनाओं का विशाल स्तर पर संग्रहण है। ये सूचनाएँ स्ट्रक्चर्ड, अनस्ट्रक्चर्ड अथवा सेमीस्ट्रक्चर्ड स्वरूप में होती हैं तथा इनके विश्लेषण द्वारा किसी भी व्यक्ति के बारे में 85 से 90 प्रतिशत की सटीकता का अनुमान लगाया जा सकता है। इसका उचित उपयोग कर न केवल प्रशासन में पारदर्शिता ही लाई जा सकती है बल्कि नीतियों के स्तर पर भी क्रांतिकारी परिवर्तन संभव है। इस तकनीकी का उपयोग स्वास्थ्य शिक्षा, गुड गवर्नेंस, आपदा प्रबंधन के साथ कृषि क्षेत्र में भी किया जा सकता है। उदाहरण- कृषि में इसका प्रयोग कर किसान बदलते मौसम की घटनाओं या फसल में होने वाले रोगों की घटनाओं या फसल में होने वाले रोगों का ध्यान रखने के लिये किस प्रकार के अनुकूलन की आवश्यकता है।
कृषि में डेटा विश्लेषण की भूमिका
- आवश्यक प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करते हुए पैदावार बनाए रखने तथा बढ़ती आबादी की खाद्य मांगों को पूरा करने के लिये अतिरिक्त परिवर्तन तथा डेटा उपकरण बनाने से यह निर्धारित करने में मदद मिल सकती है कि ये परिवर्तन क्या होने चाहिये।
- डेटा एकत्र करने का अंतिम परिणाम उसका विश्लेषण करता है तथा बेहतर परिणामों के साथ कार्रवाई योग्य समाधान करना है।
- खेतों से संबंधित भू-स्थानिक दृष्टिकोण और उनकी उपग्रह निगरानी ने किसानों तथा कंपनियों को अपने निर्णय लेने में बड़ा एवं प्रभावकारी भूमिका निभाई है।
कृषि में डेटा विश्लेषण के लाभ
- डेटा, ऋणग्रस्त किसानों, बीमा एजेंसियों, ऋण बैंकों, बीज कंपनियों, मशीन उद्योग इत्यादि में मदद करता है। डेटा विश्लेषण न केवल अधिक-से-अधिक जागरूकता तथा अधिक सटीक ज्ञान तैयार करता है बल्कि यह उद्योग की आपूर्ति तथा विपणन शृंखला के मध्य के अंतराल को भरने में भी सक्षम है।
- निम्न विधियों डेटा विश्लेषण की मदद ली जा सकती है-
- नए बीज लक्षणों का विकास: नई विधियों द्वारा पौधों के जीनोम तक पहुँच, मैपिंग तथा उससे प्राप्त सूचनाओं द्वारा बेहतर उत्पाद तैयार करना।
- परिशुद्ध कृषि: बिग डेटा एक बड़े क्षेत्र में की गई परिशुद्ध कृषि द्वारा प्राप्त सूचनाओं का लाभ उठाता है। परिणायी विश्लेषिकी, क्षमताएँ तथा बेहतर निर्णय इस प्रकार परिशुद्ध विश्लेषिकी, क्षमताएँ तथा बेहतर निर्णय इस प्रकार परिशुद्ध कृषि तकनीकों के माध्यम से उपयोग में लाए जा सकते हैं।
- फूड ट्रैकिंग: खाद्य उत्पाद के खराब होने तथा खाद्य उत्पाद जनित बीमारियों को रोकने के लिये सेंसर तथा विश्लेषक पद्धतियों का उपयोग।
- आपूर्ति शृंखलाओं पर प्रभाव: बीज की आपूर्ति शृंखला में तीव्र तथा प्रभावी बदलाव, प्रौद्योगिकी तथा सूचना के लोकतंत्रीकरण द्वारा संचालित फसल तथा भोजन संबंधित सुझाव।
निष्कर्षत: बिग डेटा सभी अपने आरंभिक चरण में है जिसमें अघोषित अपार संभावनाएँ निहित हैं जो कृषि क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम है।