वैश्वीकरण ने भारतीय समाज को किस सीमा तक सकारात्मक रूप से प्रभावित किया, चर्चा करें।
16 May, 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भारतीय समाज
हल करने का दृष्टिकोण: • भूमिका • भारतीय समाज पर वैश्वीकरण का प्रभाव • निष्कर्ष |
वैश्वीकरण एक सतत् चलने वाली प्रक्रिया है जिसमें दुनिया के सभी देश एक-दूसरे से आर्थिक, राजनीतिक तथा सांस्कृतिक रूप से जुड़े हुए हैं। इस प्रक्रिया में सभी संभव स्तरों पर वैश्विक संचार बढ़ता है तथा विश्व में एकरूपता और क्षेत्रीयता दोनों की प्रवृत्ति बढ़ती है। इस प्रक्रिया में कुछ सकारात्मक और कुछ नकारात्मक प्रभाव विभिन्न क्षेत्रों में पडते हैं।
वैश्वीकरण के भारतीय समाज पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभावों को निम्नलिखित बिंदुओं के अंतर्गत समझा जा सकता है-
इसके अलावा डिजिटल लेन-देन, सोशल मीडिया, ई-कॉमर्स आदि कई क्षेत्रों में प्रगति हुई है। हालाँकि वैश्वीकरण का समाज पर पड़ने वाले प्रभाव की भी सीमाएँ हैं, जैसे- शिक्षा बाजार केंद्रित हो गई है और आज पढ़ाई का उद्देश्य मात्र पैसे कमाने तक सीमित रह गया है।
निष्कर्षत: वैश्वीकरण ने समाज को कई सकारात्मक आयामों से सुसज्जित करने में मदद की है, किंतु इसकी कुछ सीमाएँ भी रही है।