‘तेजस्विनी कार्यक्रम’ के मुख्य अभिलक्षणों पर प्रकाश डालें तथा भारत में किशोरियों एवं युवा महिलाओं के सशक्तिकरण में इसकी भूमिका की विवेचना करें।
24 Mar, 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 2 सामाजिक न्याय
हल करने का दृष्टिकोण • सर्वप्रथम परिचय दें। • तेजस्विनी कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताओं की चर्चा करें। • किशोरी एवं युवा महिलाओं के सशक्तिकरण में इसकी भूमिका बताएँ। • निष्कर्ष। |
किशोरी एवं युवा महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिये भारत सरकार ने विश्व बैंक से तेजस्विनी परियोजना हेतु 63 मिलियन डॉलर का ऋण प्राप्त करने के लिये समझौता किया है।
तेजस्विनी कार्यक्रम के मुख्य अभिलक्षण निम्नलिखित हैं:
सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक अवसरों का विस्तार: इसके तहत किशोरी एवं युवा महिलाओं का संस्थागत एवं समुदायिक स्तर पर अधिक सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण करने में सहायता प्राप्त होगी।
तीव्र सेवा वितरण: यह किशोरी एवं युवा महिलाओं की पहुँच को शैक्षणिक हस्तक्षेप, प्रशिक्षण एवं रोज़गार अवसरों तक बढ़ाकर अधिक तीव्रता से सामुदायिक स्तर पर केंद्रित सेवा वितरण मॉडल का मूल्यांकन करेगा।
राज्य के क्षमता निर्माण एवं क्रियान्वन में सहयोग।
जीवन कौशल शिक्षा में चार मुख्य तत्त्व शामिल हैं:
1. लचीलापन और सॉफ्ट स्किल 2. अधिकार और संरक्षण 3. स्वास्थ्य और पोषण 4. वित्तीय साक्षरता
वस्तुत: तेजस्विनी कार्यक्रम किशोरियों एवं युवा महिलाओं (14 से 24 वर्ष की आयु के बीच) को बुनियादी जीवन कौशल से युक्त बनाएगा तथा उन्हें अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी करने एवं बाज़ार संचालित कौशल प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगा।
तेजस्विनी कार्यक्रम से किशोरी एवं युवा महिलाओं में क्षमता-निर्माण, आत्मनिर्भरता एवं निर्णय लेने की क्षमता का विकास होगा। इससे उनमें अधिकार का भाव जागृत होगा।
निष्कर्षत: कह सकते हैं कि तेजस्विनी कार्यक्रम किशोरी एवं युवा महिलाओं के सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित होगा।