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प्रश्न :
राजनीतिक दलों में आतंरिक लोकतंत्र का संक्षिप्त अर्थ स्पष्ट करते हुए आंतरिक लोकतंत्र स्थापित होने से संभावित लाभों पर चर्चा कीजिये।
01 Feb, 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्थाउत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
• भूमिका।
• राजनीतिक दलों में आतंरिक लोकतंत्र का आशय स्पष्ट करें।
• इससे होने वाले संभावित लाभों की चर्चा करें।
राजनीतिक दल एक राजनीतिक संस्था के रूप में होते हैं जो शासन में राजनीतिक शक्ति प्राप्त करने एवं उसे बनाए रखने का प्रयत्न करते हैं। राजनीतिक दल स्वैच्छिक संगठन अथवा लोगों के ऐसे संगठित समूह होते हैं जो समान दृष्टिकोण रखते हैं। साथ ही संविधान के प्रावधानों के अनुरूप राष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिये राजनीतिक शक्ति प्राप्त करने की कोशिश करते हैं।
राजनीतिक दलों में आंतरिक लोकतंत्र का अर्थ है- दलों की आंतरिक या सांगठनिक संरचना के अंतर्गत महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने और दलों की कार्यप्रणाली व भूमिका संबंधी विचार-विमर्श में दलों के सदस्यों को शामिल करना और दलों के विभिन्न पदों पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से दलों के सदस्यों का निर्वाचन करना।
राजनीतिक दलों में आंतरिक लोकतंत्र स्थापित होने से निम्नलिखित फायदे सुनिश्चित होंगे।
- इससे वंशवादी राजनीति, राजनीति में भाई-भतीजावाद और विशेष प्रकार की पृष्ठभूमि से मिलने वाले लाभों का उन्मूलन होगा।
- इससे राजनीतिक दलों के अंदर असहमति के स्वर को भी स्वीकृति मिलेगी जो लोकतांत्रिक व्यवस्था में बहुत आवश्यक है।
- इससे राजनीतिक दलों के अंदर शीर्ष नेतृत्व के प्रति वफादारी दिखाने या चापलूसी करने जैसी गतिविधियाँ हतोत्साहित होंगी तथा दलों के अंदर भागीदारी, प्रतियोगिता एवं प्रतिनिधित्व को बढ़ावा मिलेगा।
- इससे राजनीतिक व्यवस्था में धनबल व बाहुबल कमज़ोर पड़ेगा और दलों के कोष संचालन में पारदर्शिता आएगी।
- इससे प्रतिभा संपन्न राजनीतिक नेतृत्व का निर्माण होगा। साथ ही स्थानीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के विषयों पर गुणवत्तापूर्ण राजनीतिक विचार-विमर्श सुनिश्चित हो सकेगा।
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