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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    ‘इंटरनेट के बढ़ते उपयोग ने जहाँ सुविधाएँ बढ़ाई हैं वहीं मुश्किलें भी बहुत बढ़ा दी हैं और ऐसी ही एक समस्या है हैकिंग’ हैकिंग तथा एथिकल हैकिंग से आप क्या समझते हैं? चर्चा करें।

    23 Jan, 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • भूमिका।

    • एथिकल हैकिंग।

    • हैकिंग के विभिन्न पक्ष तथा प्रकार।

    • निष्कर्ष।

    किसी भी वेबसाइट या कंप्यूटर को हैक करने से आशय है उसमें अनधिकृत रूप से प्रवेश कर जाना या दूसरे शब्दों में कहें तो यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर को मनचाहे ढंग से प्रयोग में लाया जाता है, इसमें अक्सर सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर की कमियों को जानकर उनका लाभ उठाया जाता है। इस समस्या को ‘हैकिंग’ तथा जिस व्यक्ति द्वारा यह काम किया जाता है उसे ‘हैकर’ कहा जाता है।

    एथिकल हैकिंग :

    • जब भी कोई व्यक्ति, कंपनी या संस्था अपनी वेबसाइट की कमियों को जानने के लिये किसी व्यक्ति को अपनी साइट हैक करने का अधिकार देता है/देती है ताकि वह उस साइट की कमियों को जान सके एवं कमियों को ठीक कर सके तो इस प्रकार की हैकिंग को एथिकल हैकिंग कहते हैं।
    • हैकर या व्हाइट हैट हैकर को एथिकल हैकर भी कहा जाता है। ये लोग कंप्यूटर सिक्योरिटी एक्सपर्ट होते हैं जिन्हें विभिन्न कंपनियाँ इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी को पुख्ता रखने के लिये अपनी कंपनी में नियुक्त करती हैं। इन्हें स्नीकर के नाम से भी पुकारा जाता है।

    सुविधा की दृष्टि हैकर्स को तीन श्रेणियों में बाँटा जा सकता है:

    व्हाइट हैट हैकरः

    • वह हैकर जो जन-कल्याण या सिक्योरिटी को मज़बूत बनाने के लिये अपने ज्ञान का प्रयोग करता है।
    • इसका काम अपने नियोक्ता (कंप्यूटर सिक्योरिटी उत्पाद बनाने वाली कंपनी) के लिये किसी निर्धारित कंप्यूटर सिस्टम पर हमला करना होता है, ताकि सिस्टम की उन कमियों का पता लगाया जा सके, जिन्हें तलाश कर हैकर साइबर अपराधों को अंजाम देते हैं।
    • एक व्हाइट हैट हैकर गैर-दुर्भावनापूर्ण कारणों से सुरक्षा में सेंध लगाता है, उदाहरणार्थ स्वयं की सुरक्षा प्रणाली का परीक्षण करने के लिये। इस प्रकार के हैकर को कंप्यूटर तंत्रों के बारे में सीखने और उनके साथ कार्य करने में रुचि होती है और वह लगातार इस विषय की गहन समझ प्राप्त करता जाता है। ऐसे लोग सामान्यतः अपने हैकिंग कौशल का प्रयोग न्याय-संगत तरीकों से करते हैं, जैसे सुरक्षा सलाहकार बनकर।

    ब्लैक हैट हैकरः

    • वह हैकर जो अपने ज्ञान का प्रयोग दूसरों को ठगने और उनको नुकसान पहुँचाने के लिये करते हैं, इन्हें अक्सर क्रैकर्स के नाम से भी जाना जाता है।
    • एक ब्लैक हैट हैकर, जिसे कभी-कभी ‘क्रैकर’ कहा जाता है, कोई ऐसा व्यक्ति होता है, जो किसी प्राधिकार के बिना कंप्यूटर सुरक्षा का भेदन करता है और प्रौद्योगिकी (सामान्यतः कोई कंप्यूटर, फोन सिस्टम या नेटवर्क) का प्रयोग जान-बूझकर सामानों को क्षति पहुँचाने, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी करने, पहचान चुराने, चोरी और अन्य प्रकार की गैर-कानूनी गतिविधियों के लिये करता है।

    ग्रे हैट हैकरः

    • इनका व्यक्तिगत रूप से कोई इरादा नहीं होता कि वह किसी के सिस्टम को हैक करें। ये अपनी स्किल्स का इस्तेमाल करके दूसरे के कंप्यूटर को हैक करते हैं।
    • ये सिर्फ हैकिंग कैसे करते हैं यह सीखने के लिये ही हैकिंग करते हैं।

    निष्कर्षतः एथिकल हैकर भी एक प्रकार से हैकरों (साइबर अपराधी) जैसा ही काम करते हैं, लेकिन इनका उद्देश्य किसी कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुँचाने की बजाय उसे पहले से ज़्यादा सुरक्षित बनाना होता है। इंटरनेट पर बढ़ती निर्भरता के कारण एथिकल हैकर आईटी सिक्योरिटी इंडस्ट्री की अहम ज़रूरत बन गए हैं। यह एक चुनौतीपूर्ण पेशा है, जो ज़रूरत पड़ने पर 24 घंटे काम में जुटे रहने की भी अपेक्षा रखता है। एथिकल हैकर को हमेशा स्वयं को कंप्यूटर सिस्टम से संबंधित नई तकनीकों से अपडेट रखना होता है, ताकि वह नई चुनौतियों का तेज़ी से हल तलाश सके।

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