किसानों की अतिरिक्त आय को सुनिश्चित करने हेतु सरकार द्वारा किसान सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (कुसुम) योजना की शुरुआत की गई है। इससे जुड़े उद्देश्यों की चर्चा करते हुए, किसानों को इससे होने वाले लाभों पर प्रकाश डालें।
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोणः
• कुसुम योजना का संक्षिप्त परिचय दें।
• योजना के उद्देश्यों का उल्लेख करें।
• संभावित लाभों की चर्चा करें।
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कुसुम योजना की शुरुआत कृषि ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति सौर ऊर्जा के माध्यम से सिंचाई तथा किसानों की बेहतर आय सुनिश्चित करने हेतु की गई।
इस योजना के उद्देश्य निम्नवतः हैं-
- इसके तहत 10000 MW के सोलर प्लांट बंजर भूमि पर वर्ष 2021 - 22 तक लगाए जाएंगे।
- इस योजना के अन्तर्गत किसान अपनी बंजर भूमि पर सौर ऊर्जा संयत्र लगाने के पश्चात अतिरिक्त ऊर्जा को ग्रिड को बेच सकते हैं।
- किसानों को सौर ऊर्जा संयत्र लगाने हेतु सिर्फ 10 प्रतिशत राशि ही देनी होगी शेष राशि सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी।
संभावित लाभः
- इस योजना से ग्रामीण भू-स्वामियों को स्थायी व निरंतर आय का स्त्रोत प्राप्त होगा।
- किसान उत्पादित ऊर्जा का उपयोग सिंचाई ज़रूरतों के लिए कर पाएंगे तथा अतिरिक्त ऊर्जा बिजली वितरण कंपनियों को बेच पाएंगे। इससे किसानों को अतिरिक्त आय प्राप्त होगी।
- इस योजना से कार्बनडाइऑक्साइड में कमी आएगी और वायुमंडल पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। योजना के तीनों घटकों को सम्मिलित करने से पूरे वर्ष में कार्बनडाइऑक्साइड उत्सर्जन में 27 मिलियन टन की कमी आएगी।
- घटक बी के अंतर्गत सौर कृषि पंपों से प्रतिवर्ष 1.2 बिलियन लीटर डीज़ल की बचत होगी। इससे कच्चे तेल के आयत में खर्च होने वाली विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी।
- इस योजना में रोज़गार के प्रत्यक्ष अवसरों को सृजित करने की क्षमता है। स्व-रोज़गार में वृद्धि के साथ इस योजना से कुशल व अकुशल श्रमिकों के लिए 6.31 लाख रोज़गार के नए अवसरों के सृजित होने की संभावना है।