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प्रश्न :
आपकी नियुक्ति कृषि विकास अधिकारी के रूप में एक पिछड़े ज़िले के सूदूर ब्लॉक में होती है। इस क्षेत्र की भूमि काफी उपजाऊ है, फिर भी पुरानी कृषि तकनीकों के उपयोग के कारण प्रति हेक्टेयर उत्पादन औसत से काफी कम है। आप अपने क्षेत्र के पंचायत प्रमुखों से मिलते हैं तथा नवीन कृषि तकनीकों के प्रसार के संबंध में सरकारी योजनाओं की जानकारी देते हैं। यद्यपि वे इन योजनाओं के प्रति बहुत उत्साहित नहीं दिखते तथापि सहयोग का पूरा आश्वासन देते हैं। जब आप क्षेत्र के किसानों से मिलते हैं तो वे इन नई कृषि विधियों/तकनीकों को लेकर पूर्णत: उदासीन दिखते हैं। साथ ही, कई लोग पुरानी कृषि विधियों के प्रति रूढ़िवादी रुख प्रकट करते हैं। अधिकांश लोगों का मानना है कि वे और उनके पूर्वज हमेशा से खेती-किसानी करते रहे हैं इसलिये उन्हें खेती के तरीके सिखाने की आवश्यकता नहीं है। जब आप अपने वरिष्ठ व अन्य सहयोगियों से बात करते हैं तो वे आपको अनावश्यक तनाव न लेने और ब्लॉक स्थित दफ्तर में बैठकर मज़े लेने की सलाह देते हैं। (250 शब्द)
(a) उक्त परिस्थिति में आपके पास कौन-कौन से विकल्प उपलब्ध हैं? प्रत्येक के गुण-दोषों की जाँच कीजिये।
(b) उपरोक्त परिस्थिति में लोगों की अभिवृत्ति में परिवर्तन लाने के लिये आप क्या प्रयास करेंगे?
21 Nov, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़उत्तर :
(a) कृषि आज भी देश का सर्वप्रमुख व्यवसाय है और यदि देश के विकास को वास्तविक अर्थों में सर्वसमावेशी बनाना है तो इसके लिये कृषि का विकास अनिवार्य शर्त है। देश में कृषि के पिछड़े होने के कई कारण हैं यथा- निवेश की कमी, सरकार की उदासीनता, प्रौद्योगिकी व तकनीकी का अपर्याप्त विस्तार, परिवर्तन के प्रति लोगों की अनिच्छा व उदासीनता। उपरोक्त केस स्टडी इसी प्रकार की कुछ समस्याओं को इंगित करती है।
उक्त परिस्थिति में मेरे समक्ष निम्नलिखित विकल्प उपलब्ध हैं-
- अपने वरिष्ठ व सहकर्मियों की बात मानते हुए ब्लॉक दफ्तर में ही समय व्यतीत करना। इसका लाभ यह होगा कि मुझे न तो अनावश्यक तनाव होगा और न ही इधर-उधर भटकने की ज़रुरत होगी। चूँकि उक्त क्षेत्र के लोग स्वंय उदासीन व अनिच्छुक हैं तो मैं बेकार का तनाव क्योें लूँ। तथापि यह एक कर्त्तव्यनिष्ठ व्यक्ति व अधिकारी के रूप में मुझे स्वीकार्य नहीं होगा और इससे कहीं-न-कहीं देश का हित प्रभावित होगा।
- किसी अन्य क्षेत्र में स्थानांतरण करा लेना, जहाँ लोगों का व्यवहार सहयोगात्मक हो। इसका लाभ यह होगा कि मैं अपने ज्ञान का सही उपयोग करते हुए कृषि व देश की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक भूमिका निभा पाऊँगी। परंतु यह निर्णय पलायनवादिता को दर्शाता है। समस्याओं से भागना समाधान नहीं हो सकता है। कहीं-न-कहीं यह निर्णय देश के सर्वांगीण व समावेशी विकास को भी प्रभावित करेगा।
- लोगों की अभिवृत्ति में परिवर्तन लाते हुए उन्हें इन नवीन कृषि तकनीक के फायदों के बारे में जानकारी देना और इन तकनीकों को अपनाने के लिये प्रेरित करना। हो सकता है प्रारंभ में लोग इसे स्वीकार न करें, तथापि धीरे-धीरे कुछ लोग प्रभावित होकर इसे स्वीकार कर सकते हैं। संभव है कि कुछ लोगों को प्राप्त हुए सकारात्मक परिणामों से अन्य लोग भी प्रेरित हों और नवीन तकनीक अपनाएँ। यदि मुझे सीमित सफलता भी मिलती है तो भी यह एक संतुष्टिदायक स्थिति होगी क्योंकि मैंने एक सकारात्मक बदलाव के लिये प्रयास किया। मेरे विचार में यह सर्वोत्तम विकल्प है और मेरे द्वारा इसी का चयन किया जाएगा।
(b) उपरोक्त परिस्थिति में लोगों की अभिवृत्ति में परिवर्तन लाने के लिये निम्नलिखित प्रयास किये जा सकते हैं-
- लोगों को नई तकनीक के लाभों से अवगत कराने के लिये आस-पास के इलाके में जहाँ इसका प्रयोग किया जा रहा हो, का उदाहरण प्रस्तुत करना।
- क्षेत्र के कुछ पढ़े- लिखे तथा जागरूक लोगों के सहयोग से अन्य लोगों को समझाने का प्रयास करना।
- रेडियो, टेलीविज़न तथा अन्य साधनों के माध्यम से जागरूकता लाने का प्रयास करना। इसके लिये नुक्कड़ नाटक आदि का भी सहारा लिया जा सकता है।
- नई तकनीकों के प्रयोग के लिये लोगों को प्रेरित करने हेतु पुरस्कार व प्रोत्साहन की भी व्यवस्था की जा सकती है।
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