अज्ञेय की कहानियों के शिल्प पर प्रकाश डालिये।
13 Nov, 2019 रिवीज़न टेस्ट्स हिंदी साहित्यअज्ञेय आधुनिक हिंदी साहित्य के शिखर रचनाकार हैं जिन्हाेंने कविता, उपन्यास, निबंध और आलोचना के साथ-साथ कहानी लेखन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जो परंपरा जैनेन्द्र ने शुरु की थी, उसे पूर्णता अज्ञेय ने ही प्रदान की। शिल्प के धरातल पर अज्ञेय की कहानियों में निम्नांकित विशेषताएँ लक्षित की जा सकती हैं-
(क) कहानियों में कथानक लगभग खत्म हो गया है। उसकी जगह मानसिक सत्य ने ले ली है।
(ख) कहानी का पांरपरिक ढाँचा जिसमें आरंभ, उत्कर्ष और अंत की शृंखलाबद्धता होती थी, वह अज्ञेय की कहानियों में टूट जाता है।
(ग) कहानी का अंत किसी आदर्श या उद्देश्य के बिन्दु पर नहीं होता है।
(घ) अज्ञेय ने अपनी कहानियों में भाषा का अत्यंत सजग एवं सधा हुआ प्रयोग किया है। बिंबात्मकता एवं प्रतीकात्मकता का गुण उनकी भाषा में दिखाई देता है।
(ङ) शैली के धरातल पर पूर्वदीप्ति, चेतना-प्रवाह, प्रत्यावलोकन, पत्र आदि शैलियों का प्रयोग अज्ञेय की कहानियों में दिखाई देता है।