मुज़म्मिल इब्राहिम एक होनहार और प्रतिभावान हॉकी खिलाड़ी है। अपने हालिया प्रदर्शन से उसने सभी खेल प्रेमियों और खेल पंडितों को बेहद प्रभावित किया है। उसकी प्रतिभा व शानदार प्रदर्शन के कारण लोग उसे भारतीय हॉकी के भविष्य के रूप में देखते हैं। भारतीय हॉकी नियंत्रण बोर्ड द्वारा जल्द ही खिलाड़ियों के वार्षिक कॉन्ट्रेक्ट को रिन्यू (Renew) किया जाना है और इस बात की पूर्ण संभावना है कि इब्राहिम को अन्य सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ पहले दर्ज़े (A+) का कॉन्ट्रेक्ट दिया जाएगा। कॉन्ट्रेक्ट की घोषणा से कुछ दिन पहले इब्राहिम की पत्नी द्वारा इब्राहिम पर अनैतिक यौन संबंध, दुर्व्यवहार और घरेलू हिंसा जैसे संगीन आरोप लगाए जाते हैं और मीडिया द्वारा भी इन खबरों को काफी अहमियत दी जाती है। ऐसे में, भारतीय हॉकी नियंत्रण बोर्ड का चेयरमैन होने के नाते इस संबंध में आपको निर्णय लेना है। (250 शब्द)
(a) आपके समक्ष कौन-सी नैतिक दुविधा उपस्थित है?
(b) आपके पास उपलब्ध विकल्पों के गुण-दोषों की जाँच करते हुए उस विकल्प को बताएँ जिसका चयन आप करेंगे।
05 Nov, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़उपरोक्त केस स्टडी में निम्नलिखित पक्ष सम्मिलित हैं जिनके दृष्टिकोण व हित को समझा जाना आवश्यक है तभी एक बेहतर निर्णय लिया जा सकता है- (I) एक प्रतिभावान खिलाड़ी के रूप में मुज़म्मिल इब्राहिम (II) एक पीड़ित महिला के रूप इब्राहिम की पत्नी (III) हॉकी कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन के रूप में मैं जिस पर एक प्रतिभावान खिलाड़ी के भविष्य व टीम का हित देखने के साथ-साथ सही सामाजिक संदेश देने की भी ज़िम्मेदारी है।
(a) उपरोक्त केस स्टडी में मेरे समक्ष नैतिक दुविधा के रूप में राष्ट्रीय हॉकी टीम का हित तथा एक पीड़ित महिला को न्याय के अधिकार के बीच द्वंद्व की समस्या है। यद्यपि मेरा प्रमुख कार्य राष्ट्रीय टीम का हित संवर्द्धन है तथापि इब्राहिम की पत्नी की बातें एकदम दरकिनार कर देना सामाजिक मूल्यों के प्रति गलत संदेश देगा।
(b) उपरोक्त स्थिति में मेरे समक्ष निम्नलिखित विकल्प मौजूद हैं-
(I) इब्राहिम की पत्नी द्वारा लगाए गए आरोपों को स्वीकार करते हुए इब्राहिम के कांट्रेक्ट को समाप्त कर देना।
(II) इब्राहिम की पत्नी के आरोपों को अस्वीकार करते हुए इब्राहिम के खेल व प्रतिभा के अनुसार उसके कांट्रेक्ट को जारी रखना।
(III) इब्राहिम की पत्नी की शिकायत के आधार पर सबसे पहले इब्राहिम से स्पष्टीकरण की माँग करना और फिर एक निष्पक्ष जाँच करवाकर सच्चाई का पता लगाना तथा उसके अनुरूप कार्यवाही करना।
यदि इब्राहिम की गलती सिद्ध होती है तो उसके कांट्रेक्ट को रोककर उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करना। साथ ही, यदि इब्राहिम को अपनी गलती का अहसास होता है और सुधार की संभावना दिखती है तो उसे एक मौका अवश्य देना बेहतर तथा न्यायोचित्त निर्णय होगा क्योंकि इसमें सभी पक्षों की मांगों व हितों को ध्यान में रखा गया है। मेरे द्वारा इसी विकल्प का चयन किया जाएगा।