आप रक्षा मंत्रालय में सैन्य साजो-सामान की खरीद के मामले में वरिष्ठ अधिकारी हैं। सेना को विश्वस्तरीय रिवॉल्वरों की तत्काल आवश्यकता के आलोक में सरकार द्वारा टेंडर जारी किया गया है, जिस पर कई कंपनियों ने अपने उत्पादों को बेचने का प्रस्ताव आपके समक्ष प्रस्तुत किया है। साथ ही, आपके एक मित्र के संबंधी ने भी इसके लिये प्रस्ताव पेश किया है और आप उसके उत्पाद की उच्च गुणवत्ता एवं मूल्य-प्रभाविता से संतुष्ट हैं। आप एक ईमानदार अधिकारी हैं लेकिन आपके ही एक रिश्तेदार पर भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में अभियोग चल रहा है, जिस कारण आप उक्त रक्षा खरीद मामले में निर्णय लेने में खुद को नैतिक दुविधा की स्थिति में पाते हैं।
इस दुविधा का सामना आप कैसे करेंगे? इस परिस्थिति में आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी? अपने निर्णय के औचित्य का परीक्षण करें। (250 शब्द)
प्रश्न विच्छेद प्रश्न सिविल सेवा में कर्त्तव्य-निर्वहन के दौरान उत्पन्न होने वाली नैतिक दुविधा से संबंधित है। हल करने का दृष्टिकोण दी गई परिस्थिति में हित-धारकों की पहचान करते हुए यहाँ उत्पन्न होने वाली नैतिक दुविधा का उल्लेख करें। इस नैतिक दुविधा से निपटने के लिये संभावित उपाय और उसके औचित्य पर चर्चा करें। |
दी गई परिस्थिति में मुख्य रूप से चार हितधारक हैं-
(i) सेना
(ii) विभिन्न कंपनियाँ जिन्होंने टेंडर भरा
(iii) मेरे मित्र के संबंधी तथा
(iv) रक्षा मंत्रालय के द्वारा इस खरीद के लिये नियुक्त वरिष्ठ अधिकारी के रूप में मैं।
इस प्रकार एक स्पष्ट व पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से मैं सैन्य खरीद के कार्य को पूर्ण करूंगा ताकि भ्रष्टाचार या विवाद की कोई संभावना न रहे।