आपको ज़िलाधिकारी के रूप में एक ऐसे ज़िले का पदभार सौंपा गया है जो महिलाओं के प्रति अपराधों में उस राज्य में शीर्ष स्थान पर है। वह ज़िला पुरुषवादी सामाजिक जड़ता से बुरी तरह ग्रस्त है, वहाँ बालिका शिशु मृत्युदर उच्च है, लिंगानुपात निम्न है तथा परिवार में महिलाओं-बालिकाओं की दोयम स्थिति है। आप एक खुले विचारों वाली निडर महिला अधिकारी हैं एवं किसी भी प्रकार के लैंगिक विभेद को गलत मानती हैं। आप महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके विकास हेतु कई कदम उठाती हैं, लेकिन आपको समाज का सहयोग नहीं मिल रहा है और प्रशासनिक तंत्र भी उदासीन रवैया अपनाए हुए है। उक्त परिस्थिति में आप समाज की मनोवृत्ति में परिवर्तन लाने एवं महिलाओं को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने हेतु क्या पहल करेंगी? (250 शब्द)
07 Oct, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
प्रश्न विच्छेद • प्रश्न एक ज़िलाधिकारी द्वारा महिलाओं के प्रति समाज की मनोवृत्ति में परिवर्तन लाने के प्रयासों से संबंधित है। हल करने का दृष्टिकोण • महिलाओं के प्रति भारतीय समाज में आज भी मौजूद विभेदी-मनोवृत्ति का संक्षिप्त उल्लेख करते हुए उत्तर आरंभ करें। • महिलाओं के प्रति समाज की मनोवृत्ति में परिवर्तन लाने एवं उन्हें विकास की मुख्यधारा में शामिल करने हेतु उपायों पर चर्चा करें। |
दी गई परिस्थिति भारत के कई क्षेत्रों की वास्तविक तस्वीर पेश करती है। आज 21वीं सदी में डेढ़ दशक से अधिक समय बीत जाने के बाद भी भारत के कई भागों में महिलाओं को दोयम दर्जे का स्थान प्राप्त है। समानता की बात तो दूर कई बार उनके साथ अत्यंत ही क्रूर अमानवीय व्यवहार होता है। उक्त परिस्थिति में समाज की मनोवृत्ति में परिवर्तन लाने एवं महिलाओं को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिये मैं निम्न पहल करूंगी: