भारत तलछटीकरण की समस्या से ग्रस्त है। इस संदर्भ में तलछटी बेसिनों का सर्वेक्षण इस समस्या के समाधान के साथ-साथ आर्थिक दृष्टि से किस प्रकार महत्त्वपूर्ण हो सकता है? स्पष्ट कीजिये। (200 शब्द)
03 Oct, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोल
प्रश्न विच्छेद • भारत में तलछटीकरण की समस्या एवं तलछटी बेसिनों के सर्वेक्षण के आर्थिक महत्त्व की चर्चा करनी है। हल करने का दृष्टिकोण • तलछटीकरण का सामान्य परिचय देते हुए एक प्रभावी भूमिका लिखें। • तलछटी बेसिनों के सर्वेक्षण का इस समस्या के समाधान एवं आर्थिक दृष्टिकोण से महत्त्व को बताएँ। • प्रभावी निष्कार्ष लिखें। |
प्रवाहित जल में उपस्थित अवसादों का ‘गुरुत्व बल’ या ‘अपकेंद्री बल’ के कारण ज़मीन पर बैठ जाना तलछटीकरण कहलाता है। भारत में हिमालयी क्षेत्र तथा प्रायद्वीपीय पठार की अधिकांश नदियाँ तलछटीकरण की समस्या से ग्रस्त हैं। तलछटीकरण विभिन्न जलाशयों, सिंचाई प्रणालियों व जलविद्युत परियोजनाओं के लिये गंभीर चुनौती उत्पन्न कर रहा है। तलछटी बेसिनों के सर्वेक्षण से इन समस्याओं से निपटने में सहायता मिलेगी, साथ ही यह आर्थिक दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण साबित होगा।
भारत में कुल तलछट घाटी क्षेत्र के लगभग 48 प्रतिशत हिस्से का भू-वैज्ञानिक आँकड़ा उपलब्ध नहीं है। जानकारी के अभाव में इस क्षेत्र में भविष्य की खोज और उत्पादन से जुड़ी गतिविधियों का मूल्यांकन करना मुश्किल हो जाता है। हाल ही में भारत सरकार ने भारत की तलछट घाटियों, जिनके बारे में सीमित आँकड़े उपलब्ध हैं, के लिये सिस्मिक डेटा अधिगृहीत करने हेतु महत्त्वपूर्ण परियोजना को मंज़ूरी दी है। तलछटी बेसिनों का सर्वेक्षण निम्नलिखित रूप में आर्थिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हो सकता है-
तलछटी बेसिनों के सर्वेक्षण से क्षेत्र से संबंधित महत्त्वपूर्ण आँकड़े प्राप्त होंगे। इन आँकड़ों की सहायता से इन क्षेत्रों की संभावनाओं का पता लगाया जा सकेगा जिससे भविष्य की खोज और उत्पादकता संबंधी गतिविधियों के लिये प्रभावी योजनाएँ बनाने में मदद मिलेगी।