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प्रश्न :
रोधिका, रोध तथा स्पिट में अंतर स्पष्ट कीजिये। (150 शब्द)
12 Sep, 2019 रिवीज़न टेस्ट्स भूगोलउत्तर :
प्रश्न विच्छेद
रोधिका, रोध और स्पिट में अंतर बताना है।
हल करने का दृष्टिकोण
संक्षिप्त भूमिका लिखें।
उपर्युक्त तीनों को परिभाषित करते हुए अंतर स्पष्ट करें।
रोधिका, रोध तथा स्पिट सागरीय निक्षेप द्वारा निर्मित स्थलाकृतियाँ हैं। इनके निर्माण में वेलांचली प्रवाह का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। यद्यपि ये निक्षेपित स्थलरूप देखने में एक जैसे लगते हैं परंतु इनमें सूक्ष्म अंतर होता है।
रोधिका, समुद्र तट के समानांतर लहरों और धाराओं द्वारा निक्षेपित बजरी और बालू का बांध या कटक है। ये रोधिकाएँ जलमग्न अथवा जल से ऊपर दोनों रूपों में हो सकती हैं। रोधिकाएँ या तो खाड़ी के प्रवेश पर या नदियों के मुहाने के सम्मुख बनती हैं।
रोध, रोधिका का ही एक रूप है किंतु इनमें अंतर यह है कि रोधिका या तो जल के नीचे रहती है या उच्च ज्वार के समय अवश्य डूब जाती है। परंतु रोध ऊँचा होने के कारण जल से ऊपर ही रहता है। रोध के उत्तम उदाहरण संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वी तट पर मिलते हैं।
जब मलबा का निक्षेप इस रूप में होता है कि रोधिका का एक छोर जल की ओर निकला हो और दूसरा छोर शीर्ष स्थल (Headlands) से जुड़ा हो तो उसे स्पिट कहते हैं। इनका निर्माण मुख्यत: वेलांचली प्रवाह द्वारा लाए गए अवसादों के निक्षेप से होता है और इनकी दिशा वेलांचली प्रवाह और प्रचलित वायु की दिशा द्वारा निर्धारित होती है। भारत के पूर्वी तथा पश्चिमी तटीय भागों में कई स्पिट का विकास हुआ है।
निष्कर्षत: रोधिका, रोध और स्पिट तीनों ही निक्षेपात्मक स्थलकृतियाँ हैं लेकिन स्थिति और आकृति में अंतर के कारण इनको अलग-अलग नाम से उल्लिखित किया जाता है।
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