खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र कृषि और उद्योगों के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करता है। विवेचना कीजिये। (250 शब्द)
18 May, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था
प्रश्न विच्छेद ♦ खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को कृषि एवं उद्योग के बीच कड़ी के रूप में दिखाना है। हल करने का दृष्टिकोण ♦ सर्वप्रथम खाद्य प्रसंस्करण को स्पष्ट करें। ♦ इस क्षेत्र को कृषि एवं उद्योग के बीच कड़ी के रूप में स्पष्ट करें। ♦ इसे बढ़ावा देने के लिये किये जा रहे सरकारी प्रयासों को बताते हुए अंत में निष्कर्ष लिखें। |
खाद्य प्रसंस्करण से तात्पर्य विभिन्न खाद्य एवं पेय पदार्थों की पोषकता में सुधार तथा उनकी उत्तरजीविता को बढ़ाने से है। जिससे कृषि पदार्थों का मूल्यवर्द्धन हो सके।
भारत में खाद्य प्रसंस्करण पाँच क्षेत्रों से मिलकर बना है- डेयरी, फल एवं सब्जी प्रसंस्करण, अनाज प्रस्ंकरण, माँस एवं पोल्ट्री प्रसंस्करण, मछली एवं उपभोक्ता वस्तुएँ, जैसे- पैकेट बंद खाद्य एवं पेय पदार्थ।
खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को कृषि और उद्योगों के बीच कड़ी के रूप में निम्न संदर्भों में देखा जा सकता है-
वस्तुत: खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र खुद एक बड़ा उद्योग है। यह देश के कुल खाद्य बाज़ार में 32 फीसदी का हिस्सेदार है और उत्पादन, खपत, निर्यात और संभावित वृद्धि के मामले में पाँचवें स्थान के साथ यह देश के सबसे बड़े उद्योगों में से एक है। 2020 तक इसके 100 अरब डॉलर होने की उम्मीद है।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के महत्त्व को देखते हुए सरकार ने इसके विकास की दिशा में कई कदम उठाए हैं, जैसे-संपदा योजना, मेगा फूड पार्क की स्थापना, इंटीग्रेडेड कोल्ड चेन एवं वैल्यू एडिसन इंप्रास्ट्रक्चर का निर्माण तथा 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति आदि।
वस्तुत: खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र कृषि एवं उद्योग के बीच कड़ी होने के साथ-साथ स्वयं एक बड़ा उद्योग क्षेत्र भी है। इसके बहुआयामी महत्त्व को देखते हुए सरकार इसे बढ़ावा देने के लिये हरसंभव प्रयास कर रही है।