‘आप आज टाल-मटोल करके कल की ज़िम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं।’ अब्राहम लिंकन के इस कथन की प्रासंगिकता पर टिप्पणी करें। (250 शब्द)
उत्तर :
उत्तर का आरंभ एक संक्षिप्त भूमिका के साथ कीजिये। अब्राहम लिंकन के इस कथन को स्पष्ट करते हुए इसकी शुरुआत कर सकते है।
- अब्राहम लिंकन का यह कथन पलायनवादिता को संदर्भित करता है। जो लोग अपनी ज़िम्मेदारियों से भागते हैं उनको संदर्भित करते हुए लिंकन का कहना है कि भले ही वे आज अपनी ज़िम्मेदारियों से भागते हों परंतु वे इससे बच नहीं पाएंगे क्योंकि भविष्य में यह समस्या और विकट रूप में सामने आएगी।
- लिंकन का यह कथन मानव इतिहास के हर युग में प्रासंगिक है क्योंकि पलायनवादिता कभी भी समस्याओं के समाधान का कोई विकल्प नहीं हो सकता है।
- इसे हम उदाहरणों से बेहतर समझ सकते हैं। मनुष्य द्वारा लंबे समय से पर्यावरण संबंधी समस्याओं की अनदेखी की गई और आज इस समस्या ने वह विकराल रूप धारण कर लिया कि पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है।
- यहाँ आप पलायनवादिता को स्पष्ट करते हुए उत्तर को पॉइंट टू पॉइंट एप्प्रोच में आगे बढ़ाएं।
- पलायनवादिता जीवन के छोटे-बड़े किसी भी कार्यक्षेत्र में प्रभावी या बेहतर विकल्प नहीं हो सकता है। यह महज क्षणिक हल प्रस्तुत करता है जिसकी भारी कीमत भविष्य में चुकानी पड़ती है।
निष्कर्ष: सारगर्भित एवं संक्षिप्त।