सिविल सेवाओं के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता का परीक्षण करें। (250 शब्द)
(a) दृढ़-संकल्प
(b) साहस
(c) विषयनिष्ठता/वस्तुनिष्ठता
(d) लचीलापन
(a) प्रतिकूल परिस्थितियों में कठिन कार्य को करने की इच्छाशक्ति का प्रयोग ही दृढ़-संकल्प है। दृढ़-संकल्पित व्यक्ति अपनी ऊर्जा और प्रयासों को जिस किसी कार्य पर केंद्रित करते हैं उसे पूरा करने के लिये तब तक प्रयासरत रहते हैं, जब तक कि वह कार्य संपन्न नहीं हो जाता है।
सिविल सेवकों को कई बार ऐसी विपरीत परिस्थितियों में कार्य करना पड़ता है जहाँ कार्य की सफलता काफी संदिग्ध होती है और अपेक्षित परिणाम के लिये निरंतर प्रयास किये जाने की आवश्यकता होती है। इन परिस्थितियों में दृढ़-संकल्प सिविल सेवकों के लिये एक वांछित गुण है।
(b) साहस व्यक्ति को डर का सामना करने में सक्षम बनाता है। मुश्किल व कठिन परिस्थितियों में भी सही कार्य करने व उचित निर्णय लेने की क्षमता ही साहस है। सिविल सेवकों के लिये साहस सर्वाधिक वांछित गुणाें में से एक है क्योंकि साहस विपरीत परिस्थितियों में सही कार्य करने, जनहित में नए अभिनव प्रयास करने तथा अपनी गलतियों को स्वीकार कर उन्हें सुधारने की क्षमता प्रदान करता है।
(c) सामान्य अर्थ में वस्तुनिष्ठता से तात्पर्य है व्यक्ति का तथ्यात्मक व तार्किक होना। यदि कोई व्यक्ति वस्तुनिष्ठ है तो वह किसी विषय पर निर्णय करते समय उन सभी आधारों से मुक्त होगा जो उसकी व्यक्तिगत चेतना में शामिल हैं, जैसे- विचारधाराएँ, कल्पनाएँ, दृष्टिकोण, पूर्वाग्रह, रूढ़ धारणाएँ, मान्यताएँ आदि। वस्तुनिष्ठ व्यक्ति अपने निर्णय के मूल में केवल उन आधारों को रखेगा जो तथ्यात्मक होंगे तथा जिन्हें प्रत्येक व्यक्ति मानने को बाध्य होगा।
वस्तुनिष्ठता सिविल सेवकों को जाति, धर्म, लिंग, क्षेत्र, विश्वास, मान्यता व परंपरा आदि के पूर्वाग्रह से बाहर निकल कर सबकी समान रूप से सेवा के लिये प्रेरित करेगा।
(d) परिवर्तन व बदलाव के प्रति खुला होना ही लचीलापन है। लचीलापन आपको दूसरों के विचारों व भावनाओं के प्रति संवेदनशील बनाता है। यह आपको कार्यों को नए तरीकों से करने तथा रचनात्मकता का नया मार्ग उपलब्ध करवाता है।
सिविल सेवकों को नए विचारों, प्रक्रियाओं, नीतियों आदि के साथ सामंजस्य बिठाने में लचीलापन का गुण सहायक होता है। यह सिविल सेवकों को नवाचारी व ‘ओपन माइंडेड’ बनाता है।